एनआईटी की रैंकिंग गिरने के लिए बैकडोर भर्ती प्रक्रिया जिम्मेदार : राहुल राणा
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 20-06-2020
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रेस विज्ञाप्ति जारी करते हुए प्रदेश मंत्री राहुल राणा ने कहा कि NIT हमीरपुर की रैंकिग में इस वर्ष दोगुना तक कि गिरावट आई है जो प्रदेश के लिए निराशाजनक विषय है।
इस सारे प्रकरण को समझने की कोशिश की जाए तो इसमें यह देखने को मिलता है कि किसी भी शिक्षण संस्थान की रैंकिग का पैमाना संस्थान में शोध कार्य कितना हुआ शिक्षण संस्थान में शिक्षकों की भर्तियां व उनकी पात्रता क्या है व संस्थान में वर्ष भर में क्या नया विकास आधारित कार्य हुआ है। उस आधार पर शिक्षण संस्थानों को रैंकिग मिलती है। जिसमें एनआईटी हमीरपुर 13वे स्थान से नीचे गिरकर 98वे नंबर पर आ गया है।
राहुल राणा ने कहा कि पिछले एक वर्ष के भीतर हुई शिक्षक भर्ती जो बिल्कुल नियमों की धज्जियां उड़ा कर गई है फिर चाहे एनआईटी के मुखिया के गृह क्षेत्र से लगभग 70% तक नियुक्तियों की बात हो यह करीबी रिश्तेदारों की नियुक्ति करने की बात हो।
वहीं जितनी भी नियुक्तियों पिछले एक वर्ष के भीतर हुई हैं वह एक जभाई भतीजावाद विशेष के आधार पर हुई है। अस्सिस्टेंट प्रोफेसर ग्रेड -2 की भर्ती में एनआईटी एक्ट के अनुसार रेगुलर भर्ती के लिए ग्रेड पे 8000 या इससे ऊपर होना जरूरी है जबकि 6 और 7000 ग्रेड पे वाले 31 लोगो को रेगुलर अस्सिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती कर लिया गया।
इस मौके पर राहुल राणा ने कहा कि ऐसे में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इस भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की मांग करती है। वह मानव संसाधन विकास मंत्रालय से यह मांग करती है कि एनआईटी हमीरपुर के डारेक्टर को तुरन्त बर्खाश्त किया अन्यतः विद्यार्थी परिषद सामान्य परिस्थिति होने पर प्रदेश में उग्र आंदोलन करेगी।