कोरोना काल में चेरी और प्लम की मांग में हुआ इजाफा
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 19-05-2021
कोरोना काल में हिमाचल प्रदेश के शिमला की चेरी और प्लम की मांग में भारी इजाफा हुआ है। ऑनलाइन लोगों को घर-द्वार फल और सब्जियां उपलब्ध करवाने वाली कंपनी बिग बास्केट शिमला की चेरी और प्लम बंगलूरू, मुंबई, पुणे, गुड़गांव और नोएडा में लोगों को उपलब्ध करवा रही है।
कंपनी ने शिमला जिले के थानेधार में खरीद केंद्र स्थापित कर बागवानों से चेरी और प्लम की खरीद शुरू कर दी है। शिमला जिले के सबसे बड़े चेरी उत्पादक क्षेत्र कोटगढ़, कुमारसेन और थानाधार के बागवान भारी मात्रा में चेरी और प्लम बिग बास्केट को बेच रहे हैं।
सीजन की शुरुआत में कंपनी चेरी 275 रुपये प्रति किलो और प्लम 95 रुपये प्रति किलो की दर से खरीद रही है। थानाधार स्थित बिग बास्केट के खरीद केंद्र से वातानुकूलित ट्रकों के जरिए चेरी और प्लम की खेप दिल्ली पहुंचाई जा रही है। दिल्ली से वायु मार्ग (कार्गो) के जरिए चेरी और प्लम बंगलूरू, मुंबई, पुणे, गुड़गांव और नोएडा पहुंच रहा है।
कोटगढ़ के चेरी और प्लम उत्पादक अनूप भलैईक ने बताया कि बिग बास्केट लोगों के घरों के नजदीक खरीद कर रही है, जिससे बागवानों का ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा भी बच रहा है।
मंगलवार को शिमला की भट्ठाकुफर फल मंडी में प्लम 70 से 85 रुपये और चेरी 60 से 220 रुपये प्रति किलो के थोक दाम पर बिकी। बिग बास्केट के मैनेजर सोर्सिंग अंकुश कुमार ने बताया कि बीते साल के मुकाबले इस साल चेरी और प्लम की डिमांड अधिक है। इस समय प्लम 95 रुपये प्रति किलो और चेरी 275 रुपये प्रति किलो खरीदी जा रही है।
पूरे देश में एमआईएस के अनुसार आने वाले दिनों में चेरी और प्लम के दाम घट या बढ़ सकते हैं, लेकिन मौजूदा समय में मंडियों के मुकाबले बिग बास्केट बागवानों को अधिक दाम दे रही है।
चेरी और प्लम दोनों ही फलों में विटामिन सी और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते हैं जिसके चलते इन दिनों इनकी भारी डिमांड है। कोरोना काल में डॉक्टर भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले मौसमी फलों के सेवन की सलाह दे रहे हैं।