कर्फ्यू से राहत : गुरुवार से सुबह 8 बजे से 11 बजे तक दी जाएगी ढील

कर्फ्यू से राहत : गुरुवार से सुबह 8 बजे से 11 बजे तक दी जाएगी ढील

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  25-March-2020

कोरोना वायरस को रोकने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से लगाए कर्फ्यू में दी जाने वाली ढील से भी कोरोना संक्रमण फैल सकता है।

शिमला प्रशासन ने वीरवार सुबह 8 से 11 बजे तक कर्फ्यू में ढील देने का ऐलान किया है। इस दौरान भारी संख्या में लोगों के दुकानों के बाहर जमा होने की आशंका है।

लोगों की मांग है कि कर्फ्यू के दौरान प्रदेश सरकार को रोजमर्रा की जरूरतों वाली सभी दुकानों को नियमित तौर पर खुले रखने की व्यवस्था करनी चाहिए। दूध, सब्जी, फल और केमिस्ट सहित अन्य दुकानों को कर्फ्यू के दौरान खुला रखने की छूट दी जानी चाहिए।

मंगलवार शाम 5 बजे के बाद शहर के उप नगरों में कई स्थानों पर दुकानों के बाहर लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी। राम बाजार निवासी प्रिया शर्मा, सुजाता शर्मा, कांता ठाकुर, सुनीता वर्मा और दिव्या ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश सरकार को जल्द से जल्द दैनिक जरूरतों की दुकानें पूरा दिन खुले रखने की व्यवस्था करनी चाहिए।

राजधानी शिमला में कर्फ्यू के चलते बुधवार को अस्पतालों और अन्य जरूरी सेवाओं के महकमे के कर्मचारियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। ड्यूटी से लौटने के बाद कई कर्मचारियों को पुलिस ने नाकों पर रोक दिया।

हैरत इस बात की है कि जरूरी सेवाओं से संबंधित कर्मचारियों को आने जाने में छूट देने की बात स्वयं प्रधानमंत्री कर चुके हैं, इसके बावजूद पुलिस के अड़ियल रवैये से स्वास्थ्य कर्मी परेशान रहे। कुछ पुलिस कर्मियों ने लाठियां तक भांज डाली।

इसके बाद कर्मचारी दोबारा अस्पताल लौट आए। आईजीएमसी में सुबह के वक्त ड्यूटी देने आ रहे कर्मचारियों को संजौली की तरफ से आगे नहीं आने दिया। इनमें सफाई कर्मचारी, सुरक्षाकर्मी और टेस्ट ट्यूब काउंटर पर सेवाएं देने वाले कर्मी शामिल हैं।

कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें अस्पताल जाना है लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे नहीं आने दिया। कमला नेहरू अस्पताल में तैनात कर्मचारियों को कार्ड न होने के कारण परेशान होना पड़ा।

सुबह के समय जैसे ही कर्मी यहां से अपने घरों की ओर लौटने लगे तो रास्ते में पुलिस ने रोक लिया। कुछ कर्मचारियों पर पुलिस ने लाठियां भी चला दीं। इससे सबसे ज्यादा परेशानी महिला कर्मचारियों को हुई। कैंटीन बंद होने से तीमारदारों को खाना भी नहीं मिला।

केएनएच कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नरवाल ने बताया कि उन्होंने कर्मचारियों की आवाजाही को लेकर प्रशासन से बात की है लेकिन उसकी कोई सुध नहीं ली गई। बताया कि प्रशासन कर्मचारियों की इस समस्या का जल्द समाधान करें।