कोविड-19 : घर पर पैंशन मिलने से बुजुर्गों के चेहरों पर आई रौनक
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 15-04-2020
कोविड-19 के संकट के बावजूद मशोबरा ब्लॉक से सभी ग्रामीण डाकघरों में समाजिक सुरक्षा पैशन पहूंच गई है। लॉकडाउन की विकट स्थिति में डाकघर के कर्मचारी घर-घर जाकर वरिष्ठ नागरिकों, विधवा और अपंग व्यक्तियों को पैंशन बांट रहे है। जिससे विशेषकर बुजुर्गो के चेहरे खिल उठे हैं।
सबसे अहम बात यह है कि पैंशन बांटते हुए डाकघर कर्मचारियों द्वारा सोशन डिस्टेंसिंग, मास्क और सेनिटाईजर का उपयोग किया गया।वीलेज पोस्टमास्टर सीमा ठाकुर ने बताया कि पीरन पंचायत में वर्तमान में कुल 260 पैंशन धारक हैं।
जिनमें 70 वर्ष से अधिक आयु वाले 140 बुजुर्ग, 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 70 व्यक्ति, 20 विधवा महिलाएं और 30 अपंग व्यक्ति शामिल हैं ।
70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की सुमित्रा शर्मा और सुनेहरू देवी पीरन, मिमू गांव के सहीराम, ट्रहाई गांव से सेवकराम सहित अनेक बुजुर्गो ने इस संकट की घड़ी में एडवांस तीन महीने की पैंशन देने के लिए सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें 1500 रूपये प्रतिमाह के हिसाब से तीन महिने की साढ़े चार हजार पैंशन एक साथ मिलती है।
जिससे उन्हें अपने खर्चे के लिए किसी के आगे हाथ पसारने की जरूरत नहीं पड़ती है। सीमा ठाकुर ने बताया कि 70 साल से अधिक आयु वाले बुजुर्गो को 1500 रूपये, अपंग और विधवा महिलाओं को हर माह एक-एक हजार तथा 60 साल से अधिक आयु वर्ग के वरिष्ठ नागरिकों को हर माह सरकार द्वारा 850 रूपये प्रतिमाह समाजिक सुरक्षा पैंशन दी जाती हैं। खालटू गांव की अपंग महिला सुमति और विजय भी घर पर पैंशन पाकर बहुत खुश है।