कसुंपटी विस के स्कूलों में शिक्षकों के असंख्य पद खाली, विभाग बेखबर
कसुंपटी निर्वाचन क्षेत्र के अनेक शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों के असंख्य पद रिक्त पड़े हैं। इस समस्या को लेकर किसान सभा के एक प्रतिनिधिमंडल ने डाॅ0 कुलदीप तंवर के नेतृत्व में निदेशक प्रारंभिक और सकैंडरी शिक्षा से मंगलवार को भेंट की गई
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 20-09-2022
कसुंपटी निर्वाचन क्षेत्र के अनेक शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों के असंख्य पद रिक्त पड़े हैं। इस समस्या को लेकर किसान सभा के एक प्रतिनिधिमंडल ने डाॅ0 कुलदीप तंवर के नेतृत्व में निदेशक प्रारंभिक और सकैंडरी शिक्षा से मंगलवार को भेंट की गई। उन्होने विभिन्न स्कूलों में रिक्त पड़े शिक्षकों की सूची सहित निदेशक को ज्ञापन सौंपा गया।
डाॅ तंवर ने बताया कि प्राथमिक पाठशाला चिखर में 63 बच्चे और धाली में 67 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और स्कूल में केवल एक -एक अध्यापक कार्यरत है जबकि अध्यापकों के दो-दो पद स्वीकृत किए गए है।
इसी प्रकार प्राथमिक पाठशाला झंडी, नालटा, गानिया, पीरन, धाली, डुब्लु, नोहा, बलोग, ट्रहाई, डंूगा गांव, टिक्कर, सौल में काफी समय से शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। उन्होने बताया कि बलोग स्कूल में बीते दो वर्षों से कोई भी अध्यापक नहीं है जहां पर डेपूटेशन पर क्रमवार अध्यापकों को भेजा जा रहा है।
बताया कि गानिया और नोहा स्कूल के भवन जर्जर हो चुके हैं। धाली स्कूल में एक कमरे में पांच कक्षाएं बैठ रही है। इसी प्रकार वरिष्ठ माध्यमिक पीरन स्कूल में विभिन्न श्रेणियों के सात पद रिक्त पड़े है जिनमें दो पद प्राध्यापकों के न भरे जाने से जमा दो बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। धाली स्कूल में हैडमास्टर और टीजीटी आर्टस का पद रिक्त पड़ा है।
निदेशक प्रारंभिक शिक्षा डाॅ वीरेन्द्र कुमार शर्मा ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया कि कसुपंटी विस के स्कूलों में शीघ्र ही रिक्त पड़े पदों को भरा जाएगा। उन्होने धाली और बलोग स्कूल में एक-एक जेबीटी टीचर देने पर हामी भरी।
कसुंपटी विस के स्कूलों में शिक्षकों के असंख्य पद खाली, विभाग बेखबर
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला
कसुंपटी निर्वाचन क्षेत्र के अनेक शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों के असंख्य पद रिक्त पड़े हैं। इस समस्या को लेकर किसान सभा के एक प्रतिनिधिमंडल ने डाॅ0 कुलदीप तंवर के नेतृत्व में निदेशक प्रारंभिक और सकैंडरी शिक्षा से मंगलवार को भेंट की गई। उन्होने विभिन्न स्कूलों में रिक्त पड़े शिक्षकों की सूची सहित निदेशक को ज्ञापन सौंपा गया।
डाॅ तंवर ने बताया कि प्राथमिक पाठशाला चिखर में 63 बच्चे और धाली में 67 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और स्कूल में केवल एक -एक अध्यापक कार्यरत है जबकि अध्यापकों के दो-दो पद स्वीकृत किए गए है।
इसी प्रकार प्राथमिक पाठशाला झंडी, नालटा, गानिया, पीरन, धाली, डुब्लु, नोहा, बलोग, ट्रहाई, डंूगा गांव, टिक्कर, सौल में काफी समय से शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। उन्होने बताया कि बलोग स्कूल में बीते दो वर्षों से कोई भी अध्यापक नहीं है जहां पर डेपूटेशन पर क्रमवार अध्यापकों को भेजा जा रहा है।
बताया कि गानिया और नोहा स्कूल के भवन जर्जर हो चुके हैं। धाली स्कूल में एक कमरे में पांच कक्षाएं बैठ रही है। इसी प्रकार वरिष्ठ माध्यमिक पीरन स्कूल में विभिन्न श्रेणियों के सात पद रिक्त पड़े है जिनमें दो पद प्राध्यापकों के न भरे जाने से जमा दो बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। धाली स्कूल में हैडमास्टर और टीजीटी आर्टस का पद रिक्त पड़ा है।
निदेशक प्रारंभिक शिक्षा डाॅ वीरेन्द्र कुमार शर्मा ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया कि कसुपंटी विस के स्कूलों में शीघ्र ही रिक्त पड़े पदों को भरा जाएगा। उन्होने धाली और बलोग स्कूल में एक-एक जेबीटी टीचर देने पर हामी भरी।