खुलासा : दलाई लामा की जासूसी करने वाला निकला पीएलए का पूर्व सैनिक, ख़ुफ़िया एजेंसियों ने किया पर्दाफाश

खुलासा : दलाई लामा की जासूसी करने वाला निकला पीएलए का पूर्व सैनिक, ख़ुफ़िया एजेंसियों ने किया पर्दाफाश

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 18-08-2020

हिमाचल के कांगड़ा जिले की सीमा में दाखिल होते समय पकड़ा गया चीन का नागरिक चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) में सेवाएं दे चुका है। दिल्ली में पकड़े गए चीनी नागरिक के दलाई लामा लिंक को तलाशने में जुटी सुरक्षा एजेंसियों को जांच में यह जानकारी मिली है।

सूत्रों के अनुसार हिमाचल पुलिस ने तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा की नगरी में घुसने से पहले आठ जुलाई को जिले की सीमा पर चीनी नागरिक लियू शियोडन को बिना दस्तावेज पकड़ा था। पकड़े जाने के समय जानकारी भी मिली थी कि वह नेपाल के रास्ते से अवैध रूप से भारत में आया था।

उसके पासपोर्ट पर इमिग्रेशन की मुहर नहीं थी। चूंकि वह गैरकानूनी तरीके से दाखिल हुआ था, इसलिए फॉरेनर्स एक्ट के उल्लंघन के आरोप में उसके खिलाफ कार्रवाई की गई थी। कई चक्रों में हुई पूछताछ और उसके आधार पर हुई जांच में शियोडन के चीन की पीएलए में सेवारत रहने की जानकारी मिली।

चूंकि वह काफी समय दिल्ली में रहा था, ऐसे में इस बात की पूरी आशंका जताई जा रही है कि वह दिल्ली में पकड़े गए चीनी नागरिक चार्ली पेंग के संपर्क में था जो दलाईलामा की जासूसी कर रहा था। करीब छह महीने तक दिल्ली में रहने के लिए दिल्ली वाले चीनी नागरिक ने शियोडन की मदद की है।

इसके अलावा उसके कई लामाओं को भी पैसा देकर दलाईलामा की जानकारी हासिल करने की बात सामने आई है। ऐसे में माना जा रहा है कि उसने शियोडन को जासूसी के लिए दिल्ली से हिमाचल भेजा हो। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियां अब दिल्ली और कांगड़ा में पकड़े गए चीनी नागरिकों के आपसी तार जोड़कर दलाईलामा की जासूसी के नेटवर्क को तोड़ने में जुट गई हैं।

तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा हमेशा ही चीन के निशाने पर रहे हैं। चीन के खिलाफ दलाईलामा देश दुनिया में मुखर रहे हैं, जिसकी वजह से चीन दलाईलामा को देशद्रोही मानता है। वहीं, हिमाचल में पहले भी कई बार चीनी नागरिक पकड़े गए हैं। 2019 में चार चीनी नागरिकों को हिमाचल पुलिस ने बद्दी में पकड़ा था।

ये चारों पर्यटन वीजा पर देश में दाखिल हुए और हिमाचल में छिप गए। इस दौरान इनके भी धर्मशाला जाने की सूचना मिली थी, जिसके बाद केंद्रीय एजेंसियों ने उनकी जानकारी जुटाई थी। वहीं, फरवरी 2020 में भी पांच चीनी नागरिक बिना स्थानीय प्रशासन को सूचना दिए शिमला में होम स्टे लेकर रहते पकड़े गए थे।