यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 30-11-2020
हिमाचल में कोरोना की वैक्सीन फरवरी माह के अंत तक पहुंच जाएगी। इस बात का खुलासा हिमाचल सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल ने किया है। मंत्री ने कहा कि दवा को स्टोर करने की तैयारियां भी लगभग पूरी कर ली गई है।
केंद्र सरकार ने हिमाचल से कोल्ड चैन के लिए जरूरी उपकरणों की सूची मांगी है, ताकि इन्हें दवा आने से पहले समय रहते लगाया जा सके। तीन जिलों में ये दवा स्टोर की जाएगी, जिसके बाद चरणबद्ध तरीके से वैक्सीनेशन का काम शुरू किया जाएगा। हिमाचल में जो कोरोना की वैक्सीन आएगी उसे माइन्स दो से आठ डिग्री सेलसियस तापमान पर स्टोर करके रखा जाएगा।
सीरम इंस्टीच्यूट ऑफ इंडिया देश में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के सहयोग से टीका विकसित करने में लगी हुई है। अंतिम चरण का ट्रायल शुरू हो गया है। इसके नजीते भी बेहतर आना शुरू हुए हैं। ऐसे में इसी कंपनी की वैक्सीन हिमाचल पहुंचेगी। सभी को इस वैक्सीन की दो-दो डोज दी जाएगी। पहले चरण में हैल्थ केयर वर्करों समेत बुजुर्गों और बच्चों को दे वैक्सीन इंजेक्शन के जरीए दी जाएगी।
हिमाचल में 15 हजार के करीब स्वास्थ्य कार्यकर्ता है, जोकि विभिन्न अस्पतालों, सिविल अस्पतालों, सीएचसी, डिस्पेंसरियों में कार्यरत है। इसके अलावा राज्य के बुजुर्गों को भी इन्हीं के साथ ये वैक्सीन दी जाएगी।
अभी तक शिमला, मंडी, कांगड़ा में इस वैक्सीन के स्टोर बनाए जाएंगे। दवा को निर्माता फैक्टरी से यूजर तक पहुंचाने के लिए एक कोल्ड चैन डेवलेप की जाती है, इसमें वाहनों से लेकर बड़े-बड़े डी फ्रीज का इंतजाम किया जाता है, जिससे कि दवा की गुणवता खराब न हो। इसके अलावा जहां पर ये दवा स्टोर की जानी है वहां पर भी तापमान को बनाए रखने के लिए व्यवस्था का किया जाना जरूरी है।
केंद्र ने प्रदेश सरकार से कम पड़ रहे उपकरणों की भी जानकारी मांगी है, ताकि समय रहते कोल्ड चैन को पूरा किया जा सके और दवा का स्टोर करने में कोई दिक्कत न आए। हिम सुरक्षा अभियान के तहत राज्य में अभी तक साढ़े तीन लाख लोगों की स्क्रीनिग की जा चुकी है। 25 नवंबर से राज्य में ये अभियान शुरू किया गया है।
एक महीने तक ये अभियान चलेगा। 27 दिसंबर तक ये अभियान चलेगा। सरकार के एक साल के जश्न पर इसका समापन होगा। वहीं सरकार ने निर्णय लिया है कि इस जश्न में कोरोना वारियर्स को भी सम्मानित किया जाएगा।