यंगवार्ता न्यूज़ - शिलाई 16-06-2023
सिरमौर के ऐतिहासिक गांव टिटियाना में होगा शाठी एवं पाशी भाइयों का ऐतिहासिक मिलन शाठी यानी कौरव पाशी यानी पांडव मिलन समारोह करवाया जा रहा है। यह कार्यक्रम करीब 120 वर्ष बाद हो रहा है। ऐसा ऐतिहासिक महापर्व कुल देवता महासू महाराज की छत्रछाया में चौतरा प्रांगण में 1 व 2 जुलाई 2023 को आयोजित करवाया जा रहा है। टिटियाना गांव में चौतरे की स्थापना सिरमौर के राजा द्वारा गिरिपार क्षेत्र में सामाजिक राजनीतिक धार्मिक तथा न्याय व्यवस्था को बनाए रखने के लिए की गई थी। बताते है 400 गांव से लगभग 30 से 40,हजार लोगों के एकत्रित होने की संभावना है।
इस कार्यक्रम के आयोजकों में टिटियाना गांव के माया राम शर्मा , रमेश शर्मा , अनिल शर्मा और कपिल शर्मा आदि ने बताया कि इस दिव्य एवं भव्य शात महायज्ञ पर्व को विशेष रूप से मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस महा मिलन कार्यक्रम में गिरी नदी से लेकर टौस तक समस्त गांव को आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा उत्तराखंड के कालसी तयुनी , हनोल , चिलाड़ , डगली तथा शिमला जिला से नैरवा , चौपाल , जुब्बल और रोहडू के लोगों को भी न्योता भेजा गया है। जिला सिरमौर के राजगढ़ , नौहराधार , संगडाह , सेन धार , धारटीधार , नाहन , पांवटा साहिब के अतिरिक्त हरियाणा आदि जगह से भी लोगों को आमंत्रित किया गया है। हिमालय के उत्तराखंड के क्षेत्र में शांत महायज्ञ पर्व का बहुत महत्व है।
हिमालय के पहाड़ों को काली माता का निवास स्थान माना जाता है। काली का दूसरा स्वरूप ठारी माता है जिसको पूरे हिमालय क्षेत्र में पूजा जाता है। माता को खुश एवं शांत करने के लिए ही इस तरह के महापर्व का आयोजन किया जाता है। टिटियाना में आयोजित होने वाली शांत का विशेष महत्व यह है कि यहां दोनों भाई शाठी और पाशी एक जगह एकत्रित होंगे। इसलिए इस महापर्व का ऐतिहासिक महत्व बढ़ जाता है। टिटियाना गांव के ब्राह्मणों ने इस महायज्ञ को पूर्ण करने की तैयारियां शुरू कर दी है। इस महापर्व में सरकार तथा प्रशासन एवं सभी लोगों से भी सहयोग मांगा गया है।