भगवान इंद्रुनाग के दर क्यों पहुंचा एचपीसीए , जानिए खास वजह
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में 25 और 26 फरवरी को होने वाले भारत-श्रीलंका टी-20 मैच के सफल आयोजन के लिए
यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला 12-02-2022
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में 25 और 26 फरवरी को होने वाले भारत-श्रीलंका टी-20 मैच के सफल आयोजन के लिए हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्यों ने शनिवार को भगवान इंदरूनाग के शरण पहुंचकर दुआ मांगी है। शनिवार को एचपीसीए के सदस्य खनियारा स्थित भगवान इंदरूनाग के दर पर पहुंचे और वहां पर विधिवत पूजा अर्चना एवं हवन करवाया। एचपीसीए निदेशक संजय शर्मा व उपाध्यक्ष आरपी सिंह व मोहित सूद के नेतृत्व में एचपीसीए के पदाधिकारी यहां पहुंचे थे। इस दौरान एचपीसीए निदेशक संजय शर्मा ने कहा कि भगवान इंद्रुनाग को बारिश का देवता भी कहा जाता है, इसलिए स्टेडियम में आयोजन से पूर्व एचपीसीए को भगवान इंद्रुनाग का आशीर्वाद लेना ही पड़ता है।
उन्होंने कहा कि धर्मशाला में आयोजनों से पहले भगवान श्री इंद्रू नाग देवता की पूजा अर्चना होती है। गुर के खेल पात्र से मौसम की भविष्यवाणी होती है और पता चलता है कि आयोजन के दिन मौसम के क्या तेवर रहेंगे। उन्होंने कहा कि मन्नत मांगने व प्रार्थना से श्री इंद्रु नाग देवता भक्तों की मन्नत मानते हैं और उनके आयोजन में खलल नहीं डालने देते। धर्मशाला के मौसम को लेकर विशेषज्ञ भी फेल हैं. उन्होंने कहा कि विभिन्न साइटों व गूगल में बेशक जोरदार बारिश बताई हो, लेकिन अगर नाग देवता ने सफल आयोजन का आदेश दिया हो, तो मौसम पूरी तरह से साफ रहता है।
ऐसे कई उदाहरण है, जो यहां के लोगों के साथ हो चुके हैं। वहीं, दूसरी ओर टी-20 मैच के आयोजन के दौरान बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरुण धूमल धर्मशाला में होंगे। जबकि, उत्तर प्रदेश में चुनाव के चलते एचपीसीए के पूर्व अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का धर्मशाला में आने का संशय बना हुआ है। भारत-श्रीलंका के बीच खेले जाने वाले टी-20 मैच बायो बबल प्रारूप के तहत आयोजित किए जाएंगे। धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम में 26 और 27 फरवरी को खेले जाने वाले टी-20 मैच के लिए टीमें 25 फरवरी को धर्मशाला पहुंच जाएंगी।
स्टेडियम में बैठकर दर्शक इस मैच का लुत्फ नहीं उठा पाएंगे। वहीं, खिलाड़ियों को भी बायो बबल प्रारूप का पूरा अनुसरण करना होगा। इसके लिए एचपीसीए प्रबंधन द्वारा व्यवस्था को पूरा किया जा रहा है। ऐसे में होटल और स्टेडियम में खिलाड़ियों के संपर्क में आने वाले पूरे स्टाफ का कोविड-19 टेस्ट किया जाएगा। व्यवस्थाओं के लिए तैनात होने वाला स्टाफ भी खिलाड़ियों के धर्मशाला पहुंचने से पहले ही बाहरी लोगों के संपर्क में नहीं जा पाएंगे।