आशा वर्कर्स को उपलब्ध करवाएं मास्क, सेनेटाइजर एंड ग्लव्स सीएम ने दिए निर्देश

आशा वर्कर्स को उपलब्ध करवाएं मास्क, सेनेटाइजर एंड ग्लव्स सीएम ने दिए निर्देश

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   26-05-2021

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आशा वर्कर्ज को पर्याप्त संख्या में मास्क, सेनेटाइजर एंड ग्लब्स उपलब्ध करवाने के निर्देश जारी किए हैं। अफसरशाही को कड़े फरमान जारी करते हुए सीएम ने कोरोना से जंग लड़ रहे योद्धाओं के लिए हर संभव सुविधा प्रदान करने को कहा। 

सीएम ने कहा इससे कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे योद्धा अपने कर्तव्यों का पालन बेहतर तरीके से और निडर होकर कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि बॉडी बैग और वेस्ट बैग के अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर पीपीई किट उपलब्ध करवाएं, ताकि कोविड-19 मृतक का अंतिम संस्कार प्रोटोकॉल के तहत किया जा सके। 

मुख्यमंत्री ने मंगलवार को राज्य में कोविड-19 की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि कोरोना कर्फ्यू के ठोस परिणाम सामने आ रहे हैं और मामलों में कमी आ रही है, लेकिन मृत्यु दर अभी भी चिंता का विषय है।

प्रदेश में विभिन्न अस्पतालों में भर्ती होने के 24 घंटे के भीतर करीब 38 प्रतिशत मृत्यु हुई है। इसी प्रकार होम आइसोलेशन में 7.7 प्रतिशत मृत्यु हुई हैं और 4.1 प्रतिशत मरीजों को अस्पताल में मृत लाया गया है। 

मुख्यमंत्री ने दवाओं, ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य जीवनरक्षक दवाओं की आपूर्ति शृंखला को सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने भी प्रदेश का ऑक्सीजन कोटा बढ़ाकर 40 मीट्रिक टन कर दिया है। 

सीएम ने कहा कि प्रदेश में टीकाकरण की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है। अब तक प्रदेश की जनता को लगभग 22.88 लाख वैक्सीन की खुराकें लगाई जा चुकी हैं। 

यद्यपि भारत सरकार ने 18-44 वर्ष आयु वर्ग के टीकाकरण के लिए ऑन-साइट पंजीकरण और अप्वाइंटमेंट की सिफारिश की है, लेकिन भारत सरकार ने स्थानीय आधार पर ऑन-साइट पंजीकरण करने का निर्णय राज्य सरकार पर छोड़ दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी प्रकार के आईएलआई लक्षण वाले कोविड-19 मरीजों की पहचान करने के अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी तंत्र भी विकसित किया जाना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन किट के उचित वितरण के लिए उपायुक्त और मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपने-अपने जिलों के विधायकों के साथ उचित समन्वय बनाए रखें। यदि कोरोना वायरस की तीसरी लहर आती है, तो उससे निपटने के दृष्टिगत सक्रिय दृष्टिकोण से समयबद्ध तैयारियां सुनिश्चित की जानी चाहिए।