जल जनित रोगों से बचाव के लिए एहतियात बरतें लोग : डाॅ. उप्पल

जल जनित रोगों से बचाव के लिए एहतियात बरतें लोग : डाॅ. उप्पल
यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 03-07-2021
 
मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डाॅ. राजन उप्पल ने लोगों से गर्मी और बारिश के मौसम में जल जनित रोगों से बचाव के लिए एहतियात बरतने की अपील की है।
 
डॉ. उप्पल ने कहा कि गर्मी तथा बारिश के मौसम में डेंगू, पीलिया, स्क्रब टाइफस, गैस्ट्रोएनट्राइटिस, अतिसार तथा हैजा जैसे विभिन्न रोगों की रोकथाम के लिए समुचित पग उठाए जा रहे हैं।
 
उन्होंने कहा कि इन बीमारियों से बचाव के लिए सभी को सजग एवं जागरूक रहने की आवश्यकता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि गर्मियों तथा बरसात के मौसम में उल्टी तथा दस्त रोग होने की संभावना अधिक रहती है। रोग के गंभीर होने पर यदि समय पर उपचार न किया जाए तो निर्जलीकरण होने से गंभीर संकट उत्पन्न हो सकता है।
 
उन्होंने कहा कि दस्त या उल्टियां होने पर शरीर में पानी एवं अन्य पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। उन्होंने आग्रह किया कि ऐसी स्थिति में बचाव के लिए तुरंत समीप के स्वास्थ्य संस्थान में चिकित्सक से परामर्श लें और ओआरएस के घोल का सेवन करें तथा चिकित्सक की सलाह अनुसार संतुलित आहार लें।
 
उन्होंने कहा कि जीवन रक्षक घोल ( ओआरएस ) का प्रयोग शरीर में पानी की कमी को दूर करता है। उन्होंने कहा कि लापरवाही होने पर यह बीमारी आन्त्रशोथ व हैजे का रूप धारण कर सकती है।
 
डॉ. उप्पल ने कहा कि जल जनित रोगों से बचाव के लिए केवल उबला हुआ पानी पीएं। उल्टी तथा दस्त लगने पर जीवन रक्षक घोल का प्रयोग करें। शौच के उपरान्त व भोजन से पूर्व हाथों को साबुन अथवा राख से अच्छी तरह धोएं और नाखून साफ रखें। बीमारी के लक्षण होने पर रोगी को उसी मात्रा में पानी पिलाते रहें जिस मात्रा में पानी उसके शरीरे से निकल रहा है।
 
उन्होंने कहा कि जल जनित रोगांे से बचाव के लिए अपने आसपास के पेयजल स्त्रोतों को साफ रखें। जल स्त्रोतों के पास शौच न करें और न ही बर्तन व कपड़े इत्यादि धोएं। ऐसे जल स्त्रोतों का पानी प्रयोग में न लाएं जिनका पानी दूषित हो या नियमित प्रयोग में न आता हो। उन्होंने कहा कि कच्चे फल, बहुत पके फल, बर्फ, आइसक्रीम और बासी भोजन का प्रयोग न करें।
 
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि जिला में विभिन्न जल जनित एवं मच्छर इत्यादि के कारण होने वाले रोगों से बचाव के लिए दवाओं का समुचित भण्डारण उपलब्ध है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि ऐसी किसी बीमारी की स्थिति में बिना देर किए चिकित्सक से सम्पर्क करें ताकि रोगी को गंभीर हालत में जाने से बचाया जा सके।
 
डाॅ. उप्पल ने कहा कि खांसी, जुकाम, बुखार इत्यादि की स्थिति में भी तुरंत समीप के चिकित्सक से सम्पर्क करें। ऐसे में कोरोना संक्रमण के लिए परीक्षण करवाने से न घबराएं। उन्होंने कहा कि सही समय पर सही उपचार किसी भी रोग के विरूद्ध सशक्त हथियार है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि कोविड-19 से बचाव के लिए टीकाकरण अवश्य करवाएं।