झंडूता में 8.63 करोड़ की लागत से निर्मित होगा मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट

झंडूता में 8.63 करोड़ की लागत से निर्मित होगा मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट

यंगवार्ता न्यूज़ - बिलासपुर   04-01-2021

बिलासपुर जिला के कोटधार में अब श्वेत क्रांति आएगी। झंडूता विधानसभा क्षेत्र के तहत भड़ोलीकलां में मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट को मंजूरी मिल गई है।

भारत सरकार से नेशनल प्रोग्राम फॉर डेयरी डिवेलपमेंट स्कीम के तहत 8.63 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत हुई है। 

इस प्रोजेक्ट का संचालन जिला की नामी कामधेनु हितकारी संस्था करेगी। बिलासपुर के नम्होल और सोलन के गंभरपुल के बाद संस्था का झंडूता के भड़ोलीकलां में प्रस्तावित यह तीसरा प्रोजेक्ट होगा। 

झंडूता के एमएलए जेआर कटवाल ने बताया कि हाल ही में भारत सरकार से यह प्रोजेक्ट स्वीकृत हुआ है। इस प्रोजेक्ट की स्थापना के लिए भड़ोलीकलां में साढ़े चार बीघा जमीन अधिगृहित कर ली गई है और डीआरडीए प्रोजेक्ट को स्थापित करेगा।

इस प्रोजेक्ट का संचालन कामधेनु संस्था द्वारा किया जाएगा और झंडूता विधानसभा क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर 10 मिल्क कलेक्शन बनेंगे, जहां लोगों से हर दिन दूध की कलेक्शन की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट की क्षमता 20 हजार लीटर प्रतिदिन होगी। 

इस प्रोजेक्ट के लगने से न केवल कोटधार क्षेत्र, बल्कि पूरे झंडूता क्षेत्र में दुग्ध उत्पादक किसानों को घरद्वार पर वाजिब दाम मिलेंगे और दूध के लिए एक बेहतर मार्केट भी। 

उन्होंने बताया कि गोबिंदसागर झील पर निर्माणाधीन करोड़ों की लागत के बागछाल पुल के बन जाने के बाद किरतपुर से हलके का फासला बीस किलोमीटर रह जाएगा।

जेआर कटवाल के अनुसार इस प्रोजेक्ट में दूध ही नहीं, बल्कि दूध से प्रोडक्ट्स जैसे दही, पनीर और घी इत्यादि भी तैयार किए जाएंगे।

कामधेनू संस्था का नम्होल और सोलन जिला के गंभरपुल में मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट लगे हुए हैं, जहां से प्रदेश के विभिन्न जिलों में दूध की मार्केटिंग होती है। अब झंडूता में भारत सरकार से स्वीकृत प्रोजेक्ट का संचालन भी संस्था के जिम्मे होगा। 

इस लिहाज से संस्था का यह तीसरा बड़ा प्रोजेक्ट होगा। बिलासपुर जिला में संस्था के झंडूता में प्रस्तावित 10 को मिलाकर कुल 27 मिल्क कलेक्शन सेंटर हो जाएंगे।