यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 21-12-2020
हिमाचल प्रदेश के निजी स्कूलों में सिर्फ ट्यूशन फीस वसूली के आदेश जारी नहीं होने पर अभिभावकों ने सोमवार को उच्च शिक्षा निदेशालय के बाहर हल्ला बोला। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर पर अभिभावकों को गुमराह करने के लिए बयान देने का आरोप लगाते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
छात्र-अभिभावक मंच के बैनर तले हुए प्रदर्शन में अभिभावकों ने शिक्षा विभाग के मंत्री और अफसरों में तालमेल नहीं होने का आरोप लगाया। कहा, मंत्री ने निर्देशों की अनदेखी हो रही है। मंत्री के बयान देने के बाद भी अफसर लिखित आदेश जारी नहीं कर रहे हैं।
अभिभावकों ने संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा को ज्ञापन सौंप कर ट्यूशन फीस के अलावा अन्य फंड वसूली पर रोक लगाने की मांग की। छात्र-अभिभावक मंच के संयोजक विजेंद्र मेहरा, कमलेश वर्मा, अमित कुमार, राजकुमार, राजेश शर्मा, रमेश शर्मा, सुनील चन्देल, विक्रम ठाकुर, यशपाल शर्मा, बाबू राम, बालक राम, संगीता, रामप्रकाश, रमन थारटा, अनिल ठाकुर और रिम्पल चौहान सहित कई अन्य विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। 24 और 28 दिसंबर को भी प्रदर्शन किए जाएंगे।
विजेंद्र मेहरा ने मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री पर अभिभावकों को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने मांग की है कि सभी तरह के चार्जेज पर रोक लगाने के लिए तुरंत अधिसूचना और आदेश जारी किए जाएं। उन्होंने शिक्षा निदेशक की 8 दिसंबर की अधिसूचना को निजी स्कूलों की मनमानी को बढ़ाने वाला कदम बताया है। उ
न्होंने कहा है कि इस अधिसूचना में स्कूल पीटीए और प्रबंधन को फीसों के संदर्भ में निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है। जब स्कूल ही नहीं चले व जनरल हाउस का आयोजन नहीं हुआ तो फिर पीटीए कब,कैसे और कहां बन गई। उन्होंने उच्च न्यायालय से अपील की है कि वह निजी स्कूलों की ओर से पूर्ण फीस वसूली के मामले पर हस्तक्षेप करे।