त्रिलोकपुर में नवरात्र मेला 17 अक्तूबर से शुरू, श्रद्धालुओं को करना होगा एसओपी का करना 

त्रिलोकपुर में नवरात्र मेला 17 अक्तूबर से शुरू, श्रद्धालुओं को करना होगा एसओपी का करना 

यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन   08-10-2020

प्रसिद्ध मां बाला सुंदरी आश्विन नवरात्र मेला 17 अक्तूबर से शुरू होकर 31 अक्टूबर, 2020 तक चलेगा।  मेले के आयोजनों से जुड़े विभिन्न प्रबंधों की समीक्षा को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त एवं आयुक्त मंदिर न्यास त्रिलोकपुर डॉ आरके परुथी ने कहा कि मेले के प्रभावी प्रबंधन को लेकर मेला क्षेत्र को चार सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा और प्रत्येक सेक्टर में ड्यूटी मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी नियुक्त रहेंगे।

  उन्होेेंने बताया कि कोरोना महामारी के चलते इस बार मेंले में भण्डारें का आयोजन नहीं होगा और न ही श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की जाएगी। उन्हांेने बताया कि मन्दिर परिसर में किसी भी श्रद्धालु को बिना मास्क के प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। मेले के दौरान श्रद्धालुओं को सामाजिक दूरी का पालन करना होगा। उन्हांेने बताया कि मन्दिर परिसर में श्रद्धालुओं के तापमान जांच व सैनिटाइजेशन की उचित व्यवस्था की जाएगी और तापमान  जांच के पश्चात ही मन्दिर परिसर में प्रवेश करने दिया जाएगा।
 
इसके अतिरिक्त मन्दिर परिसर को हर एक घण्टें के पश्चात सेनिटाईज किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि मेले के दौरान सभी अधिकारी आपसी तालमेल के लिए वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल करेगें। उन्होंने यह भी बताया कि मेले के दौरान कानून एवं व्यवस्था और ट्रैफिक व्यवस्था के लिए होमगार्डों की भी तैनाती रहेगी। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था को इस तरीके से बनाया जाएगा जिससे त्रिलोकपुर के स्थानीय निवासियों को भी असुविधा का सामना ना करना पड़े।
 
बैठक के दौरान साफ-सफाई को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में काला अंब से त्रिलोकपुर तक यातायात नियंत्रण, वैकल्पिक मार्ग व्यवस्था, सूचना केंद्र की स्थापना, आपातकालीन स्वास्थ्य व्यवस्था, स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता,  मेला क्षेत्र की साज-सज्जा व विद्युतीकरण, परिवहन सुविधा और आपदा प्रबंधन को लेकर भी विचार विमर्श किया गया।
 
उपायुक्त ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा। बैठक में सयुक्त आयुक्त मंदिर न्यास विवेक शर्मा, मंदिर न्यास के गैर सरकारी सदस्य और विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।