देश भर में टीबी की बीमारी के उन्मूलन में हिमाचल प्रथम स्थान पर
टीबी उन्मूलन में हिमाचल प्रदेश ने देश के बड़े राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। हिमाचल को पहला और आंध्र प्रदेश दूसरा स्थान मिला है। 50 लाख से ज्यादा आबादी वाले राज्यों का आकलन करने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आंकड़े जारी
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 24-03-2022
टीबी उन्मूलन में हिमाचल प्रदेश ने देश के बड़े राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। हिमाचल को पहला और आंध्र प्रदेश दूसरा स्थान मिला है। 50 लाख से ज्यादा आबादी वाले राज्यों का आकलन करने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आंकड़े जारी किए हैं।
वीरवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख माडविया हिमाचल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को सम्मानित करेंगे। हिमाचल सरकार की ओर से इस पुरस्कार को लेने के लिए डॉ. गोपाल बेरी को भेजा है. हिमाचल में बीते वर्ष टीबी उन्मूलन के लिए गांव- गांव में टीमें भेजी गईं और मरीजों को ढूंढा गया था। सूबे में 14,495 टीबी मरीज हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, 50 लाख से कम आबादी वाले राज्यों की श्रेणी में सिक्किम पहले, गोवा दूसरे स्थान पर रहा है। केंद्र शासित प्रदेशों की सूची में डीएनएच और डीडी पहले और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह दूसरे नंबर पर रहा।
हिमाचल के बिलासपुर जिले में 452, चंबा में 1087, हमीरपुर में 843, कांगड़ा 2878, किन्नौर 2878, कुल्लू 1133, लाहौल स्पीति 25, मंडी 2046, शिमला 2280, सिरमौर 944, सोलन 2017 और ऊना जिले में 682 मरीज हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में क्षय रोग के उन्मूलन के लिए विभिन्न कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से लागू कर रही है। जयराम ठाकुर ने प्रदेश की जनता से क्षय रोग के उन्मूलन के लिए सहयोग करने का आग्रह किया ताकि क्षय रोग मुक्त हिमाचल की परिकल्पना साकार हो सके।
वर्ष 2021-22 के लिए हिमाचल प्रदेश में सब नेशनल सर्टिफिकेट के लिए राज्य के सभी 12 जिलों को नामांकित किया गया था। जिसमें राज्य के 8 जिले हमीरपुर, किन्नौर, कुल्लू, कांगड़ा, मण्डी, शिमला, लाहौल-स्पिति और ऊना को रजत पदक, जबकि चम्बा, सिरमौर व सोलन जिलों को कांस्य पदक से सम्मानित किया जाएगा।