नई शिक्षा नीति के तहत पांचवीं कक्षा तक के बच्चे पढ़ सकेंगे अपना मनपसंद विषय 

नई शिक्षा नीति के तहत पांचवीं कक्षा तक के बच्चे पढ़ सकेंगे अपना मनपसंद विषय 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   24-08-2020

नई शिक्षा नीति के तहत पहली कक्षा से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों की जिस विषय में रुचि होगी, उस विषय का चयन कर प्राथमिकता के आधार पर अपनी मातृ भाषा को पढ़ सकते हैं। 

इस नई नीति के तहत बच्चों को किसी भी विषय के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि इस नीति के तहत बच्चों को पाठ्यक्रम से लेकर व्यवसायिक कोर्स तक सभी सुविधाएं प्रदान की जाएगी। 

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 देश में छात्रों के समग्र विकास एवं जीवन मूल्य पर आधारित नीति है, जिसके तहत दुनिया से मांगने नहीं, अपितु देने की क्षमता के रूप में ताकत खड़ी की जाएगी।

शिक्षा, भाषा कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ तथा हिमाचल प्रदेश महाविद्यालय शैक्षिक संघ द्वारा सचिवालय में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर वेबिनार के माध्यम से पूरे प्रदेश के जिलों के शिक्षक संघों के अधिकारियों से चर्चा की। 

उन्होंने कहा कि युवा मस्तिष्कों को तेजस्वी बनाकर धरती और समस्त ब्र हाण्ड में उसे सशक्त संसाधन के रूप में विकसित करना शिक्षा और अध्यापन कार्य से जुड़े लोगों का ध्येय होना चाहिए।

इस अवसर पर अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के संयुक्त मंत्री पवन मिश्रा, हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रांत महामंत्री विनोद सूद, हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के अतिरिक्त प्रांत महामंत्री सुधीर गौतम, हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रांत उपाध्यक्ष जय शंकर, हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रांत मीडिया प्रभारी अशोक शर्मा, हिमाचल प्रदेश महाविद्यालय शैक्षिक महासंघ के प्रांत संगठन मंत्री बलबीर पटयाल, प्रो. जेपी सिंघल, महेंद्र कपूर व मामराज पुंडीर उपस्थित रहे।

मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हिमाचल सरकार इस नई शिक्षा नीति को सबसे पहले लागू कर पूरे देश में नया कीर्तिमान स्थापित करेगी। 

उन्होंने कहा कि इस शिक्षा नीति के तहत छात्र एवं छात्राओं को किसी भी तरह का मानसिक दबाव नहीं पडे़गा। देश में कोई भी विद्यार्थी अपने देश की दो भाषाओं के साथ किसी एक विदेशी भाषा में भी पढ़ाई कर सकता है।