निजी स्कूल का कारनामा : स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट देने के लिए स्कूल प्रबंधन ने पांच बच्चों से मांगे 42500 रुपये 

निजी स्कूल का कारनामा : स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट देने के लिए स्कूल प्रबंधन ने पांच बच्चों से मांगे 42500 रुपये 

यंगवार्ता न्यूज़ - ऊना    26-08-2020

हिमाचल के ऊना जिले के धुसाड़ा क्षेत्र के एक निजी स्कूल का कारनामा देखिए। पांच बच्चों का स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट देने के लिए स्कूल प्रबंधन ने 42500 रुपये फीस की मांग कर डाली। 

भारी-भरकम फीस देने में असमर्थ अभिभावकों ने जब इसकी शिकायत शिक्षा विभाग से की, तो विभाग ने कार्रवाई करते हुए 3750 रुपये में पांच प्रमाण पत्र दिलवाए। स्कूल प्रबंधन ने प्रति बच्चे से 8500 रुपये की मांग की थी, जिसे शिक्षा विभाग ने 750 रुपये करवाया। 

लॉकडाउन में निजी स्कूलों की मनमानी से अभिभावक ही नहीं, शिक्षक भी परेशान हैं। इसी स्कूल के शिक्षकों ने वेतन न देने को लेकर भी शिक्षा विभाग के पास स्कूल प्रबंधन की शिकायत दी है।

उक्त निजी स्कूल के खिलाफ पांच अभिभावकों ने उनके बच्चों को स्कूल छोड़ने का प्रमाण-पत्र न देने की शिकायत की थी। अभिभावकों का आरोप था कि स्कूल प्रबंधन प्रमाण-पत्र देने के लिए 8500 रुपये मांग रहा है। 

अभिभावकों ने शिक्षा विभाग के पास शिकायत दी। जिसे अब विभाग ने कार्रवाई करते हुए सुलझा दिया है। इसी स्कूल के कई शिक्षकों ने भी विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दी है कि प्रबंधन ने पिछले कई माह का उन्हें वेतन नहीं दिया। 

वहीं, उच्च शिक्षा उपनिदेशक पीसी राणा ने बताया कि एक निजी स्कूल के खिलाफ अभिभावकों की शिकायत आई थी। जिसे सुलझा दिया गया है। अब स्कूल के खिलाफ 5 से 6 शिक्षकों ने वेतन न देने की शिकायत की है। 

जिस पर छानबीन की जाएगी। स्कूल के एमडी का कहना है कि नियमानुसार फीस मांगी गई थी। कोरोना महामारी के कारण वेतन देने को लेकर दिक्कत आई है। जल्द शिक्षकों का बकाया वेतन दे दिया जाएगा।