यंगवार्ता न्यूज़ - ऊना 23-12-2021
ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज, कृषि, मत्स्य व पशुपालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने होटल सीराॅक के समीप गोविन्द सागर झील मेें वाटर स्पोट्स गतिविधियों का शुभारंभ किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में कृषि मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि जिला के पूर्व उपायुक्त राकेश प्रजापति के कार्यकाल के दौरान कुटलैहड़ में पर्यटन को विकसित करने के उद्देश्य से कुटलैहड़ पर्यटन विकास समिति का गठन किया गया था।
इस समिति के द्वारा किए गए प्रयासों का परिणाम है कि आज कुटलैहड़ क्षेत्र में वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज का शुभारंभ हुआ है। उन्होंने बताया कि कुटलैहड़ विस को पर्यटन की दृष्टि से एक अलग पहचान दिलाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा भरसक प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि गोविन्दसागर झील में वाटर स्पोट्स के शुरु होने से अभी तक प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से लगभग सौ लोगों को रोजगार मिला है। उन्होंने बताया कि घरवासड़ा से पैराग्लाईडिंग का ट्रायल सफल रहा है और यहां से पैराग्लाईडिंग की उडानें भरने को मंजूरी मिल गई है जो अंदरौली में शिव मंदिर के पास लैंड करेंगी।
उन्होंने बताया कि अघलोर में 3 करोड़ की लागत से हैलीपैड का निर्माण किया जा रहा है, इससे भी आने वाले समय में कुटलैहड़ पर्यटन का बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा अंदरौली में 15 करोड़ रुपये से पार्क बनाया जाएगा तथा घरवासड़ा मे वन विभाग का रेस्ट हाउस बनाया गया है।
वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि खुरवाईं में फिश अक्योरियम खोला जाएगा और घरवासड़ा से परोईयां और कोट से सोलह सिंगी धार ट्रेकिंग रुट्स को विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सोलहसिंगी धार के एतिहासिक किलों के रास्तों को पक्का किया जाएगा और यहां रोपवे विकसित करने की संभावनाओं को भी तलाशा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि जो एक बार कुटलैहड़ आए, तो फिर वह यहां बार बार आए और अन्य लोगों को भी यहां आने के लिए प्रेरित करे। कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के चुल्हड़ी को टेक-ऑफ तथा अंदरौली को लैंडिंग साइट के रूप में अधिसूचित कर दिया गया है।
पर्यटन विभाग ने इस संबंध में जारी कर दी है। कंवर ने कहा कि पर्यटन विभाग की अनुमति मिलने से अब यहां पर व्यावसायिक स्तर पर पैराग्लाइडिंग गतिविधियां की जा सकेंगी, जिससे क्षेत्र में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा दूर-दूर से पर्यटक यहां पर पैराग्लाइडिंग करने के लिए आएंगे।
उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा मिलने से स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा। कंवर ने कहा कि विलुप्त होती लोक कला, हस्तशिल्प व लोक संस्कृति के संवर्धन व संरक्षण के लिए वोकल फोर लोकल को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला में महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को सोमभद्रा ब्रांड के तहत विक्रय किया जा रहा है। इसके लिए 10 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है।
इस अवसर पर मंडल महामंत्री कैप्टन प्रीतम डडवाल, मीना कंवर, बीडीसी उपाध्यक्ष जमीत सिंह, रायपुर की प्रधान रीटा शर्मा, दोबड़ की प्रधान बबिता, पीओ डीआरडीए संजीव ठाकुर, पर्यटन विभाग के उपनिदेशक रवि धीमान, पौंग डैम की ओर से राकेश वालिया, पीडब्ल्यूडी के सेवानिवृत्त चीफ इंजीनियर अरुणेश शर्मा, होटल सीराॅक के मैनेजिंग डायरेक्टेयर अभय पराशर सहित अन्य अधिकारी व गणमान्य लोग उपस्थित रहे।