पूरे राज्य में दिखा लॉकडाउन का असर, नहीं चली कोई सरकारी और निजी बस
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 24-03-2020
हिमाचल प्रदेश में सोेमवार और मंगलवार को परिवहन सेवा पूरी तरह से ठप रही। सरकारी बसों के साथ निजी बस ऑपरेटर्ज ने भी बसों को खड़ा कर सरकार द्वारा कोरोना को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों का सहयोग दिया।
उल्लेखनीय है कि रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर हिमाचल में भी जनता कर्फ्यू रहा। ऐसे में निगम की कोई बस नहीं चली। सोमवार से प्रदेश में लॉकडाउन होने से सरकार के निर्देशों पर हिमाचल प्रदेश में सरकारी व निजी बसें अगले आदेशों तक बंद कर दी गई है।
कोेरोना वायरस की रोकथाम के लिए प्रशासन द्वारा बसों की आवाजाही को रोक दिया गया है, मगर सरकार के इस फैसले से लोगों को कई स्थानों पर दिक्कतें झेलते हुए देखा गया।
लोगों को पैदल सफर कर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ा। हिमाचल पथ परिवहन निगम के एमडी यूनुस ने कहा कि राज्य में पथ परिवहन निगम की कोई बस नहीं चली।सड़कों पर सरकारी व निगम की कोई भी बस नहीं चली, मगर सड़कों पर छोटे वाहन दौैड़ते दिखे।
जनता र्क्फ्यू के दौरान प्रदेश में छोटे वाहनों की आवाजाही भी ठप रही थी।हिमाचल पथ परिवहन निगम का 3500 बसों का बेड़ा है। इसमें लग्जरी बसों के साथ साधारण व इलेक्ट्रॉनिक बसें शामिल हैं।एचआरटीसी की बसें प्रतिदिन करीब 3200 रूटों पर लोगों को परिवहन सेवा उपलब्ध करवाती है, मगर इन बसों के न चलने से जनता को परेशानियों को सामना करना पड़ा।
हिमाचल प्रदेश में निजी बसों का फ्लीट 3200 के करीब है, जो राज्य के करीब 4500 रूटों पर रोजाना जनता को सेवाएं प्र्रदान कर रही हैं।ऐसे में बसों के न चलने से जरूरी कार्य पर जाने वाले लोगों कोे दिक्कतोें का सामना करना पड़ा। इसकी पुष्टि हिमाचल निजी बस ऑपरेटर यूनियन के महासचिव रमेश कमल ने की है