प्रदेश के सरकारी स्कूलों में साइंस लैब में कार्यरत शिक्षक व स्टाफ की विशेष ट्रेनिंग शुरू

प्रदेश के सरकारी स्कूलों में साइंस लैब में कार्यरत शिक्षक व स्टाफ की विशेष ट्रेनिंग शुरू

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला    24-08-2020

राज्य के सरकारी स्कूलों में साइंस लैब में कार्यरत शिक्षक व स्टाफ की विशेष ट्रेनिंग शुरू होगी। शिक्षा विभाग इस ट्रेनिंग को करवाने जा रहा है। पिछले साल शिमला जिला के मत्याणा स्कूल की लैब में एसिड ब्लास्ट होने से हुए हादसे पर अब शिक्षा विभाग ने सबक लिया है।

वहीं इस साल प्रैक्टिकल समय में कोई हादसा पेश न आए, इसको लेकर अब  साइंस प्रयोगशालाओं में छात्रों को प्रैक्टिकल करवाने वाले शिक्षक व लैब अटेंडेंट को ट्रेंड किया जाएगा। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने जिला डाइट केंद्रों को निर्देश जारी कर दिए हैं।

जल्द साइंस प्रयोगशालाओं को सुरक्षित किया जाए, प्रैक्टिकल के दौरान छात्रों पर कोई खतरा न मंडराए, इसके लिए प्रयोगशालाओं में पूरी व्यवस्थाएं भी सुरक्षा की मद्देनजर की जाएं।

बता दें कि पिछले साल मतियाणा स्कूल में हुए एसिड ब्लास्ट ने शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में बच्चों को दी जा रही सुविधाओं की पोल खोल के रख दी है। 

इस दौरान प्रैक्टिकल के दौरान बड़ा ब्लास्ट हुआ था, जिसमें दो छात्रों की आंखों की रोशनी तक चली गई थी। शिक्षकों का आरोप है कि विभाग द्वारा स्कूलों में बच्चों को प्रैक्टिकल के लिए न तो मास्क और न ही दस्ताने उपलब्ध करवाए जाते हैं। ऐसे में स्कूलों में छात्र लंबे अरसे से बिना मास्क और दस्तानों से प्रैक्टिकल कर रहे हैं।

 कई बार शिक्षक संगठनों ने यह मांग विभाग के समक्ष उठाई, लेकिन आज तक विभाग ने इस पर कोई गौर नहीं किया, जिसका खमियाजा छात्रों को भुगतना पड़ा है। इसके साथ ही आरोप लग रहे हैं कि स्कूलों में कार्यरत प्रयोगशाला सहायक भी प्रशिक्षित नहीं है। 

यही वजह है कि इस बार स्कूल खुलने से पहले एक हजार से ज्यादा लैब अटेंडेंट को प्रशिक्षित किया जाएगा। बता दें कि अधिकतर प्रयोगशाला सहायक प्रोमोशन चैनल से आते हैं। 

ऐसे में यह प्रयोगशालाओं में होने वाले कार्यों के लिए प्रशिक्षित नहीं है। हालांकि कई स्कूलों में प्रशिक्षित प्रयोगशाला सहायक हैं, लेकिन सूत्रों की मानें, तो अधिकतर स्कूलों में अप्रशिक्षित प्रयोगशाला सहायक ही कार्यरत हैं।