प्रदेश के सिरमौर जिले में पंचायत चुनाव के एलान से पहले ही चुने प्रधान और उपप्रधान
यंगवार्ता न्यूज़ - सतौन 09-09-2020
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में पंचायत चुनाव के एलान से पहले ही प्रधान और उपप्रधान का चयन कर लिया गया है। मामला कोटि उतरोऊ से कटकर नई बनीं बम्बल पंचायत से जुड़ा है।
शिरगुल महाराज के मंदिर में एकत्रित होकर ग्रामीणों ने पर्ची डालकर इसका फैसला लिया। जिसमें प्रधान और उपप्रधान के नाम तय कर लिए गए।
रोस्टर जारी होने के बाद प्रधान पद आरक्षित होने की स्थिति में पर्ची से निकाले गए प्रधान और उपप्रधान की रजामंदी से ही प्रधानगी का फैसला होगा।
हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में देवता का आदेश सर्वोपरि है। कई महत्वपूर्ण फैसले ग्रामीण देवी-देवता के दरबार में जाकर करते हैं। सिरमौर में हाल ही में बनी बम्बल पंचायत में ऐसा ही हुआ।
पंचायत में कुल मतदाताओं की संख्या लगभग 700 है। इसमें से अकेले बम्बल में ही 400 मतदाता हैं। सोमवार को गांव में स्थित देवता के प्रांगण में एकत्रित होकर ग्रामीणों ने बैठक की। इसमें में पंचायत के चार गांवों के हर परिवार से एक सदस्य को बुलाया गया था।
दो पर्चियां डाली गईं। एक पर्ची में गुमान सिंह और दूसरी में बिशन सिंह के नाम लिखे थे। एक बच्चे ने एक पर्ची को उठाया। जिसमें गुमान सिंह की पर्ची निकली और उन्हें प्रधान चुना गया।
दूसरी पर्ची बिशन सिंह की थी। उन्हें उपप्रधान चुना गया। बम्बल पंचायत में पांच वार्ड सदस्य भी चुने जाने हैं। इसका जिम्मा भी प्रधान और उपप्रधान को सौंपा गया।
बैठक एवं देव प्रक्रिया में बम्बल पंचायत के चार गांव बम्बल, कांडों लाणी, भिड़ाल, आवत के हर समुदाय के लोग मौजूद हुए।
फैसला लिया गया कि यदि सरकार के चुनावी रोस्टर में प्रधान पद आरक्षित होता है तो प्रधान को चुनने का अधिकार भी प्रधान और उपप्रधान को ही होगा।
मंदिर के पुजारी भगत राम शर्मा और युवक मंडल प्रधान ओम प्रकाश ने बताया कि शिरगुल महाराज के सानिध्य में यह फैसला लिया गया है।