प्रदेश में 1.20 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य, शीघ्र बनेगा श्री रेणुकाजी लघु चिड़ियाघर का मास्टर प्लान : जयराम

प्रदेश में 1.20 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य, शीघ्र बनेगा श्री रेणुकाजी लघु चिड़ियाघर का मास्टर प्लान : जयराम

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 29-06-2020

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश वन्य प्राणी बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विकास और पारिस्थितिकी संरक्षण में बेहतर तालमेल समय की आवश्यकता है। हिमालयी राज्य होने के नाते हिमाचल प्रदेश के पारिस्थितिकी संतुलन में वन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और राज्य सरकार वनीकरण पर विशेष ध्यान दे रही है।

वर्तमान वर्ष के दौरान 1.20 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। राज्य के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 15 प्रतिशत हिस्सा संरक्षित क्षेत्र के अधीन आता है। उन्होंने प्रदेश में ट्रैगोपेन के कैप्टिव प्रजनन की सफलता पर पर प्रसन्नता व्यक्त की।

उन्होंने कहा कि थुनाग, पंजुत-लंबा सफर-चिलमगढ़-शिकारी माता सड़क के उन्नयन के लिए शिकारी देवी वन्य जीव अभ्यारण्य में 2.80 हेक्टेयर वन भूमि के परिवर्तन के मामले को उपयुक्त प्राधिकरण के समक्ष उठाया जाएगा। इस सड़क के स्तरोन्नयन से स्थानीय लोगों के अतिरिक्त प्रत्येक वर्ष शिकारी माता आने वाले पर्यटकों को भी सुविधा मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने दोहरानाला-शिल्लीराजगिरी (चेष्टा) सड़क को कुल्लू जिला के लौट और रोहलांग गांवों तक विस्तार देने के लिए खोखण वन्य जीव अभ्यारण्य से 1.55 हेक्टेयर वन भूमि को परिवर्तित करने के लिए विभाग को निर्देश दिए। वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि संरक्षित क्षेत्रों के नेटवर्क में इको-पर्यटन की दृष्टि की अपार संभावनाएं हैं।

अतिरिक्त मुख्य सचिव वन संजय गुप्ता ने कहा कि राज्य वन्य प्राणी बोर्ड की ओर से स्वीकृत विषय राष्ट्रीय वन्य प्राणी बोर्ड की अंतिम स्वीकृति के लिए शीघ्र ही भेजे जाएंगे।

प्रधान मुख्य अरण्यपाल और मुख्य वन्य जीव वार्डन डॉ. सविता ने बोर्ड सदस्यों के समक्ष पिछली बैठक में उठे मामलों पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट प्रस्तुत की।

उन्होंने बोर्ड के सदस्यों के समक्ष 9वीं बैठक का मसौदा प्रस्तुत किया। ये सभी प्रस्ताव राष्ट्रीय वन्य प्राणी बोर्ड की स्वीकृति के लिए भेजे जाएंगे। इस दौरान श्री रेणुकाजी लघु चिड़ियाघर के मास्टर प्लान पर हुई प्रगति से भी अवगत करवाया गया।

पौंग बांध वन्य जीव अभ्यरण्य के बारे में सदस्य अर्जुन सिंह और होशियार सिंह की ओर से दिए गए सुझावों पर भी विचार किया गया। लाहौल पांगी पर पत्रिका का भी इस अवसर पर विमोचन किया गया। विधायक अर्जुन सिंह, सुरेंद्र शौरी, प्रधान सचिव राजस्व ओंकार चंद शर्मा, प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन अजय कुमार भी इस दौरान मौजूद रहे।