बारिश के लिए करना पड़ेगा इंतज़ार , रबी की फसल सूखे की चपेट में 

बारिश के लिए करना पड़ेगा इंतज़ार , रबी की फसल सूखे की चपेट में 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 06-11-2020

हिमाचल प्रदेश सूखे की चपेट में आने लग गया है। राज्य में बरसात के बाद बारिश न होने से खेत खलियानों में सूखे की मार पडऩे लगी है। मौसम विभाग की मानें तो राज्य में नवंबर माह के दौरान भी बारिश के कम ही आसार जताए जा रहे है। जो प्रदेश के किसानों व बागबानों के लिए चिंता का विषय बना गया है। कोरोना काल में प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान भी सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड की गई थी। 

प्रदेश में मानसून सीजन के बाद राज्य के दो तीन जिलों को छोड़ कर शेष जिलों में बारिश बारिश की एक बूंद तक नहीं बरसी है। बारिश न होने से खेतों में नमी खत्म हो गई है। नमी की कमी के चलते किसान खेतों में नई फसलों की बिजाई नहीं कर पा रहे है। वहीं, खेतों में बिजी गई सब्जियों पर भी बारिश न होने से सूखे की मार पडऩे लगी है। यहीं आलम बगीचों में बना हुआ है।

राज्य के निचले और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेब सीजन खत्म हो चुका है। राज्य के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेब सीजन आखिरी चरण में चला हुआ है। सेब सीजन समाप्ति के बाद बागवानों द्वारा बगीचों में सुधार कार्य आरंभ कर दिया जाता है। मगर बिना बारिश के उक्त कार्य भी लटके पड़े है।

 मौसम विभाग के निदेशक डा. मनमोहन सिंह ने बताया प्रदेश में अक्तूबर व नवंबर माह के दौरान कम बारिश होती है। दो माह लिन पीरियड में आते है। इस दौरान सामान्य से कम बारिश होती है, लेकिन इस साल बरसात के दौरान भी कम बारिश हुई है। वहीं, अक्तूबर माह के दौरान भी 0.4 फीसदी बारिश हुई है। नव बर माह के दौरान भी कम ही बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है।

जो राज्य की कृषि व बागवानी पर भारी पड़ सकता है।हिमाचल प्रदेश में बारिश न होने से जलंसकट भी गहरा सकता है। कम बारिश होने से प्रदेश में प्राकृतिक जल स्रोत सूखने लग गए है। राज्य में अगामी दिनों के दौरान अगर बारिश नहीं होती है तो पेयजल दिक्कत का सामना भी करना पड़ सकता है।