यंगवार्ता न्यूज़ - रिकांगपिओ 31-01-2022
किन्नौर जिला में साथी दा हेल्पिंग हैंड नामक संस्था बेसहारा पशुओं का सहारा बनी हुई है जो समाज के कुछ निर्दयी लोगों द्वारा ऐसे गाय जो या तो दूध देना बंद कर देती है या ऐसे बैल जो बूढ़े हो जाते हैं।
उन्हें अपना स्वार्थ सिद्ध होने के बाद बेसहारा सड़कों पर मरने के लिए छोड़ देते हैं ऐसे आवारा पशु या तो सड़क हादसे का शिकार होते हैं या फिर जंगली जानवर इन्हें अपना शिकार बना लेते हैं या फिर बीमारी से अपना दम तोड़ देते हैं।
ऐसे में बेसहारा पशुओं का सहारा बन कर साथी दा हेल्पिंग हैंड संस्था पिछले 5 वर्षों से सहारा बनकर निस्वार्थ भाव से कार्य कर रही है। इस संस्था द्वारा बेसहारा पशुओं का इलाज किया जाता है और सर्दियों के समय में पशुओं को चारा व बसेरा देने का काम किया जा रहा है इसके अलावा इस संस्था द्वारा आवारा कुत्तों का भी इलाज किया जा रहा है वही कल्पा में भी एक वैकल्पिक गौशाला बनाया गया है।
जहां पर 40 के करीब आवारा बेसहारा पशुओं को चारा व उनका देखरेख इस संस्था द्वारा किया जा रहा है। वही अब इस संस्था द्वारा पोवारी कैंची के पास एक वैकल्पिक गोशाला का निर्माण किया जा रहा है जहां पर बेसहारा पशुओं का निस्वार्थ इलाज के साथ उन्हें चारा देने काम किया जाएगा। साथी द हेल्पिंग हैंड संस्था में विभिन्न विभागों के सरकारी कर्मचारी सहित सिविलियन भी जुड़े हैं।
रविवार के दिन संस्था के सदस्यों द्वारा पोवारी के समीप वैकल्पिक गोशाला निर्माण का कार्य जोरो से चलाया तथा सभी सदस्य मिलजुल कर कार्य करते हुए देखें गए। वही संस्था के सदस्य बलदेव बिष्ट से संस्था के कार्य के बारे में पूछने पर बताया कि जिला में आवारा व वेसहारा को छत मिल सके इसके लिए संगठन द्वारा पवारी कैंची के पास एक शैड का निर्माण किया जा रहा है तथा इस संगठन में विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के साथ साथ सिविल लोग भी जुड़े है जिन्होंने आवारा पशु वेसहारा न मरें इसलिए निस्वार्थ भाव से उनकी सेवा करने का संकल्प लिया है।
उन्होने कहा कि इसे शैड के निर्माण के लिए संगठन के सभी पदाधिकारी व कर्मचारी मिलजुल कर कार्य कर रहे हैं तथा शैड बनने पर जिला मुख्यालय रिकांगपिओ सहित पवारी, कल्पा व कड़छम आदि स्थानों पर जितने भी आवारा पशु हैं जोकि खासकर सर्दियों के मौसम में बेसहारा होने के कारण सड़कों पर ही दम तोड़ देते हैं।
उनको यहां रखा जाएगा यही नहीं यहां पर बीमार आवारा पशुओं का उपचार भी संगठन द्वारा किया जाएगा। उन्होंने तेलंगी पंचायत प्रधान से भी अपील करते हुए कहा है कि आने वाली ग्राम सभा की बैठक में संगठन को तेलंगी के पास भी गौ सदन के निर्माण के लिए एन ओ सी दी जाए ताकि हम यहां भी एक बड़े गौ सदन का निर्माण कर सकें।
उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों सहित अन्य लोगों से भी इस गौ सदन के निर्माण के लिए संगठन के साथ सहयोग करने की अपील की है। जिला आपदा प्रबंधन के कर्मचारी ने बताया कि साथी द हेल्पिंग हैंड संस्था से जुड़कर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं तथा इस संस्था के साथ जुड़कर बेसहारा पशुओं का सहारा बनने की कोशिश कर रहा हूं।