मुख्यमंत्री 27 को पतलीकूहल मल्टी स्पैशियलिटी चैरिटेबल अस्पताल का करेंगे शिलान्यास : शिक्षा मंत्री 

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर आगामी 27 मई को मनाली विधानसभा के अंतर्गत पतलीकूहल में 60 बिस्तरों के मल्टी स्पैशियलिटी चैरिटेबल अस्पताल का शिलान्यास करेंगे

मुख्यमंत्री 27 को पतलीकूहल मल्टी स्पैशियलिटी चैरिटेबल अस्पताल का करेंगे शिलान्यास : शिक्षा मंत्री 

यंगवार्ता न्यूज़ - कुल्लू    26-05-2022

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर आगामी 27 मई को मनाली विधानसभा के अंतर्गत पतलीकूहल में 60 बिस्तरों के मल्टी स्पैशियलिटी चैरिटेबल अस्पताल का शिलान्यास करेंगे। अस्पताल के निर्माण को लेकर क्षेत्रवासियों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। लोगों को उपचार के लिये जिला से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। 

मनाली विधानसभा क्षेत्र के लिये अस्पताल का शिलान्यास एक ऐतिहासिक पल होगा और हजारों लोग समारोह के साक्षी बनेंगे। गोविंद ठाकुर ने कहा कि शिलान्यास के मौके पर माता मंगला तथा भोले जी महाराज की मौजूदगी श्रद्वालुओं के लिये बड़ा आकर्षण रहेगी।

माता मंगला तथा भोले जी महाराज ने कोरोना काल से पूर्व दशहरा उत्सव के दौरान उनके कुल्लू व मनाली के मध्य कोई बड़ा अस्पताल बनाने का आग्रह सहर्ष स्वीकार किया था, जो आज साकार होने जा रहा है। 

शिक्षा मंत्री ने कहा कि हंस फाउण्डेशन हिमाचल प्रदेश को 44 मोबाईल उपचार एम्बुलेंस प्रदान कर रही है जिनमें से 16 पहले ही मण्डी व कांगड़ा जिलों को दे दी गई हैं।

चार एम्बुलेंस मनाली विधानसभा क्षेत्र के लिये प्रदान की जा रही हैं। इन एम्बुलेंस की विशेषता है कि ये चलते फिरते अस्पताल के तौर पर घर द्वार पर लोगों को चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेंगी। 

प्रत्येक एम्बुलेंस में एक एमबीबीएस डॉक्टर, फार्मासिस्ट, चतुर्थ श्रेणी कर्मी तथा दवाईयां उपलब्ध रहेंगी। उन्होंने कहा कि फाउण्डेशन ने 10 डायलिसिस हिमाचल प्रदेश को दिए जा रहे हैं।

इनमें से मण्डी तथा कांगड़ा में डायलिसिस सुविधाएं प्रदान की जा चुकी हैं। इनमें सभी मरीजों का निःशुल्क डायलिसिस किया जाता है। स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र में फाउण्डेशन के माध्यम से अनेक कार्यों की घोषणा करवाई जाएंगी।

गोविंद ठाकुर ने कहा कि आने वाले समय में वह कुल्लू या इसके आस-पास लगभग 200 करोड़ रुपये लागत का सुपर स्पैशियलिटी अस्पताल फाउण्डेशन के माध्यम से बनवाना चाहते हैं और इसके लिये अभी से प्रयास किये जाएंगे। विपक्ष के कुछ लोग बौखलाहट में आकर अनाप-शनाप बयानबाजी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि साधु संतो का अवांछित भाषा का प्रयोग करके अपमान करना भारतीय परंपरा और संस्कृति के खिलाफ है और समाज में कोई भी व्यक्ति इस प्रकार का अपमान सहन नहीं करता।

इन लोगों को भाजपा सरकार का विकास गले नहीं उतर रहा है। क्षेत्र के विकास में सभी को सहयोग करना चाहिए। इसमें कतई राजनीति नहीं होनी चाहिए।