पहला टीका लगने के बाद 28 दिन बाद दिया जाएगा दूसरा डोज : जयराम ठाकुर
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 16-01-2021
देश भर के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में शनिवार सुबह कोरोना टीकाकरण अभियान का आगाज हो गया है। आईजीएमसी शिमला में सुबह 11:00 बजे पहला कोरोना टीका लगाया गया।
अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जनक राज ने पहला टीका लगाया। दूसरा टीका सफाई कर्मचारी हरदीप सिंह को लगाया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोरोना टीकाकरण को लेकर आईजीएमसी को बधाइयां दीं। वह सुबह करीब 10:30 पर अस्पताल पहुंचे। उनके साथ शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, आईजीएमसी प्राचार्य डॉ. रजनीश पठानिया, नोडल ऑफिसर डॉक्टर साद रिजवी, डिप्टी एमएस डॉ. राहुल राव मौजूद रहे।
वहीं, सोलन में वैक्सीन लगवाने वाले कर्मियों में घबराहट हैं। जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग कर्मियों को उचित परामर्श नहीं दिया।
इसके चलते आनन-फानन में कर्मचारी वैक्सीन लगवाने के लिए तैयार किए गए है। बिलासपुर के घुमारवीं में पंकज कुमार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को कोरोना का पहला टीका लगाया गया। वहीं, सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में फार्मासिस्ट राकेश कुमार को पहला कोरोना टीका लगाया गया।
दाड़ी बडोल धर्मशाला से एमबीबीएस की छात्रा आईना ठाकुर को कोरोना टीका लगने से अभियान की शुरुआत हुई। कुल्लू अस्पताल में रेडियोग्राफर विक्रम ठाकुर को पहला टीका लगाया गया।
कुल्लू में पहले दिन 100 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। वहीं, हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में सबसे पहले डॉक्टर अभिलाष सूद को लगा कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगाया गया। दूसरा मंजीत को लगाया गया।
वहीं, आईजीएमसी में कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत करने के बाद मंडी पहुंचे सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि पहला टीका लगने के बाद 28 दिन बाद दूसरा डोज दिया जाएगा। इसके बाद भी 14 दिन इंतजार करना होगा।
उन्होंने कहा कि लोगों को टीका लगने के बाद भी सावधानियां बरतनी होंगी। कहा कि प्रदेश में कोरोना के मामलो में काफी कमी दर्ज की गई है जोकि राहत की बात है। उन्होंने कोरोना वैक्सीन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वैज्ञानिकों को बधाई दी।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के घुमारवीं में कोरोना टीकाकरण अभियान के दौरान अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही देखने को मिली है।
घुमारवीं में पंकज कुमार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को कोरोना का पहला टीका लगाया गया। कर्मचारी को पहले से टीकाकरण के लिए तैयार नहीं किया गया था।
सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसा रतय कार्यक्रम के अनुसार पहले सफाई कर्मी को टीका लगना था, लेकिन अंतिम समय पर टीका अस्पताल के चतुर्थ श्रेणी कर्मी को लगाया गया। लेकिन टीका लगने के कर्मचारी को घर भेज दिया गया। जबकि तय दिशा-निर्देशों के अनुसार वैक्सीन लगने के बाद व्यक्ति को 45 मिनट तक सेंटर में ही रखा जाएगा।
इसके लिए सेंटर में आइसोलेशन वार्ड होगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वहीं, सोलन में वैक्सीन लगवाने वाले कर्मियों में घबराहट हैं। जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग कर्मियों को उचित परामर्श नहीं दिया। इसके चलते आनन-फानन में कर्मचारी वैक्सीन लगवाने के लिए तैयार किए गए है।
पहले चरण के पहले दिन प्रदेश भर के 27 सेंटरों में टीकाकरण प्रक्रिया शुरू हुई। इसमें 2529 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है।
इसके बाद सेंटरों की संख्या बढ़ाकर 46 कर दी जाएगी। इंजेक्शन के बाद 45 मिनट तक व्यक्ति उसी सेंटर में डॉक्टरों की निगरानी में रहेगा।
प्रदेश सरकार ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) शिमला और डॉ. राजेंद्र प्रसाद टांडा मेडिकल कॉलेज अस्पताल कांगड़ा को वेब टेक्नोलॉजी सेंटर बनाया है।