यंगवार्ता न्यूज़ - कुल्लू 10-10-2020
अटल टनल रोहतांग के खुलने के बाद अब रोहतांग के लिए 540 करोड़ की लागत से कोठी से रोहतांग के लिए 8.01 किलोमीटर लंबे रोपवे का निर्माण किया जा रहा है। पर्यटन विभाग ने रोहतांग रोपवे का सर्वे कर इसका पूरा प्राक्कलन सरकार को भेज दिया है।
तीन अक्तूबर को अटल टनल रोहतांग के उद्घाटन को पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस प्रोजेक्ट को देखा था। तीन चरणों में बनने वाला यह रोपवे देश का सबसे ऊंची जगह पर बनने वाला लंबा रोपवे होगा। इसके बनने से सैलानी सर्दी के मौसम में भी बर्फ के फाहों में रोहतांग दर्रे का सैर सपाटा कर सकेंगे।
रोपवे का पहला चरण मनाली के कोठी से गुलाबा तक का होगा, जिसकी लंबाई 1.2 किलोमीटर होगी। दूसरा चरण गुलाबा से मढ़ी होगा, जिसकी लंबाई 2.8 किलोमीटर और मढ़ी से रोहतांग दर्रे तक के तीसरे चरण की लंबाई 3.1 किलोमीटर होगी। सुविधाओं से लैस इस रोपवे में मढ़ी तथा रोहतांग दर्रे पर दो हेलीपैड भी बनेंगे।
रोपवे की सभी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद अब इसे सरकार ने अनुमति देनी है। रोपवे में इन सभी पर्यटन स्थलों जोड़ा जाएगा जो कोठी से रोहतांग दर्रे के बीच आते हैं। ऐसे में पर्यटक रोपवे से ही वहां आसानी से पहुंच सकेंगे। मनाली से रोहतांग दर्रे के 51 किलोमीटर को तय करने में सैलानियों को दो से तीन घंटे का समय लगता है। कई बार जाम होने से उन्हें घंटों परेशान होना पड़ता है।
रोपवे से मात्र 20 मिनट में रोहतांग पहुंच जाएंगे। रोहतांग रोपवे प्रोजेक्ट के निदेशक अमिताभ शर्मा ने बताया कि रोपवे की पूरी प्रक्रिया तैयार है और प्रोजेक्ट सरकार के पास है। जिला पर्यटन अधिकारी कृष्ण चंद ने कहा कि रोहतांग रोपवे की फाइल बनाकर सरकार को भेज दी है।