सामुदाय के विकास के लिए अहम है सामुदायिक रेडियो की भूमिका: जसवाल

सामुदाय के विकास के लिए अहम है सामुदायिक रेडियो की भूमिका: जसवाल

हमारा सोलन रेडियो 90.4 ने मनाई 12वीं वर्षगांठ 


यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 13-03-2021


हिमाचल प्रदेश के पहले सामुदायिक रेडियो 90.4 ने  शनिवार को 12वीं वर्षगांठ मनाई। सोलन के एमएस पंवार इंस्टीट्यूट ने 13 मार्च 2009 को सोलन में सामुदायिक रेडियो 90.4 की शुरूआत की थी।

इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी डायरेक्टर एलीमेंट्री एजूकेशन सोलन  रोशन जसवाल ने कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता ऑल इंडिया रेडियो के उद्घोषक रहे सर्वप्रिय निर्मोही ने की।

इस मौके पर रोशन जसवाल ने कहा कि रेडियो सेवा का एक प्रकार सामुदायिक रेडियो है, जो वाणिज्यिक और सार्वजनिक सेवा से परे रेडियो प्रसारण का एक तीसरा मॉडल प्रदान करता है।

जसवाल ने कहा कि किसी छोटे समुदाय द्वारा संचालित कम लागत वाला रेडियो स्टेशन जो समुदाय के हितों, उसकी पसंद और समुदाय के विकास को दृष्टिगत रखते हुए गैर व्यावसायिक प्रसारण करता है।

सामुदायिक रेडियो कहलाता है। उन्होंने कहा कि वह भी लंबे समय तक ऑल इंडिया रेडियो के शिमला स्टेशन जुड़े रहे और आज भी उन्हें रेडियो सुनने में सुकून मिलता है।

 उन्होंने सोलन में सामुदायिक रेडियो चलाने के लिए रेडियो के स्टेशन डायरेक्टर डॉ, बीएस पंवार को भी बधाई दी। ऑल इंडिया रेडियो से लंबे समय तक जुड़े रहे जाने माने  उद्घोषक सर्वप्रिय निर्मोही ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि सोलन में 12 साल से सामुदायिक रेडियो 90.4 चल रहा है।

उन्होंने बताया कि पहले रेडियो का मतलब केवल ऑल इंडिया रेडियो था, लेकिन तरंगों पर तो किसी का अधिकार नहीं। इसके बाद व्यावसायिक रेडियो और 2006 के बाद भारत में भी सामुदायिक रेडियो का कॉन्सेप्ट आया। उन्होंने कहा कि समुदाय स्टेशन भौगोलिक समुदायों और अभिरुचि के समुदाय की सेवा कर सकते हैं।

आम भारतीय की स्थानीय समस्याओं और हितों को दृष्टिगत रखते हुए आकाशवाणी द्वारा राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर के प्रसारण के साथ-साथ देशभर में स्थनीय स्तर पर कई लोकल रेडियो स्टेशन आरंभ किए जा रहे हैंं।

देश भर में बिछे रेडियो चैनलों के जाल के बावजूद लगातार यह महसूस किया जाता रहा है कि रहा कि कुछ है , जो छूट रहा है। छोटे समुदायों के प्रसारण हितों और अधिकारों का पूर्णतया संरक्षण नहीं  हो पा रहा है। डीपीआरओ सोलन हेमंत वत्स ने कहा कि उनका भी रेडियो ने नाता रहा है।  

रेडियो आज भी जनसंचार का प्रभावी माध्यम है।  उन्होंने कहा कि कोरोना काल में रेडियो की भूमिका अहम रही। उन्होंने कहा कि मैं ऑल इंडिया रेडियो के साथ-साथ सामुदायिक रेडियो 90.4 भी सुनता रहा हूं। 

सामुदायिक  रेडियो 90.4 के स्टेशन डायरेक्टर डॉ. बीएस पंवार ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने सोलन में सामुदायिक रेडियो की शुरुआत कैसे की। इसके 12 साल के सफर के बारे में विस्तार से बताया और इस सफर में उन्हें किन-किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा, इसकी भी जानकारी दी।