मुख्यमंत्री ने कारगिल युद्ध के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि की अर्पित 

कारगिल विजय दिवस हमारे सशस्त्र बलों की अटूट देश भक्ति, असाधारण वीरता और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है और इस ऐतिहासिक दिन पर हर भारतीय कृतज्ञता की भावना से हमारे वीर जवानों के बलिदान का स्मरण करता है

मुख्यमंत्री ने कारगिल युद्ध के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि की अर्पित 

यंगवार्ता न्यूज़ - हमीरपुर       26-07-2022

कारगिल विजय दिवस हमारे सशस्त्र बलों की अटूट देश भक्ति, असाधारण वीरता और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है और इस ऐतिहासिक दिन पर हर भारतीय कृतज्ञता की भावना से हमारे वीर जवानों के बलिदान का स्मरण करता है। 

उन्होंने कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।  जयराम ठाकुर ने कहा कि कारगिल युद्ध हमारे सशस्त्र बलों की वीरता, अदम्य साहस और बलिदान का प्रतीक है और उन्होंने हमारी मातृभूमि की रक्षा के लिए अत्यन्त कठिन परिस्थितियों में बहादुरी से लड़ाई लड़ी। उनकी वीरता और अदम्य साहस भारत के इतिहास में सदैव स्वर्णिम अक्षरों में अंकित रहेगा। 

जयराम ठाकुर ने कहा कि कारगिल विजय दिवस 23 वर्ष पहले कारगिल की चोटियों पर लिखी गई विजय गाथा है। वर्ष 1999 में पाकिस्तानी घुसपैठियों और पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय चोटियों में घुसपैठ करने के बाद भारतीय सैनिकों ने उन्हें खदेड़ने के लिए 8 मई से ऑपरेशन विजय की शुरूआत की थी। 

प्रदेश के पालमपुर के जांबाज कैप्टन विक्रम बतरा ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने कहा कि राज्य के जिला बिलासपुर के हवलदार संजय कुमार को कारगिल युद्ध के दौरान उनकी वीरता के लिए परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को वीर भूमि के नाम से जाना जाता है और यहां सदैव साहस और बलिदान की परम्परा का निर्वहन होता है। 

जयराम ठाकुर ने कहा कि कारगिल युद्ध प्रत्येक भारतीय के दिलों में राष्ट्रीयता और देशभक्ति की भावना का संचार करता है। कि केंद्र और प्रदेश सरकार ने संकट के समय शहीदों के परिवारजनों को हर सम्भव सहायता सुनिश्चित की। कारगिल युद्ध के दौरान शहीद 52 सैनिकों के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये तथा 50 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग 12 सैनिकों को 2.5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान की गई। 

जयराम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में लगभग 1.25 लाख पूर्व सैनिक, 923 वीर नारियां और 37,659 पूर्व सैनिकों की विधवाएं हैं। उन्होंने कहा कि केवल हमीरपुर जिले में ही 19,550 पूर्व सैनिक, 161 वीर नारियां हैं और प्रदेश में चार परमवीर चक्र, दो अशोक चक्र 11 महावीर चक्र और 23 कीर्ति चक्र विजेता हैं। उइसके अतिरिक्त प्रदेश के 1107 सैनिकों को विभिन्न पदकों से सम्मानित किया गया है। 

मुख्यमंत्री ने हमीरपुर में शहीद कैप्टन मृदुल शर्मा की प्रतिमा के समीप शहीद पार्क के निर्माण के लिए 70 लाख रुपये प्रदान करने की भी घोषणा की। इस अवसर पर डिडवीं टिक्कर में जल शक्ति उप-मण्डल खोलने की भी घोषणा की। भारतीय सेना में युवाओं की भर्ती के लिए केन्द्र सरकार द्वारा आरम्भ की गई अग्निवीर योजना की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार सेना से सेवानिवृत्त होने वाले सभी अग्निवीरों को सरकारी क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराएगी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने हमीरपुर स्थित शहीद कैप्टन मृदुल शर्मा पार्क में शहीद कैप्टन मृदुल शर्मा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। साथ ही वीर नारियों, शहीदों की विधवाओं और शहीदों के परिवार के अन्य सदस्यों को भी सम्मानित किया।

इस अवसर पर विधायक एवं उप मुख्य सचेतक कमलेश कुमारी, पूर्व विधायक राम रतन, राज्य समन्वयक कौशल विकास निगम नवीन शर्मा, कांगड़ा कृषि बैंक के अध्यक्ष कमल नयन, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष वंदना कुमारी, पुलिस अधीक्षक हमीरपुर आकृति शर्मा, शहीदों के परिजन और पूर्व सैनिक भी उपस्थित थे।