मंडी में सीएम स्वावलंबन स्वरोजगार योजना के 2249. 95 लाख के लोन मंजूर

शुरुआती दौर 2018 में 26 से वर्तमान में 2021 में 157 तक पहुंच गई उद्यमी संख्या

मंडी में सीएम स्वावलंबन स्वरोजगार योजना के 2249. 95 लाख के लोन मंजूर
शुरुआती दौर 2018 में 26 से वर्तमान में 2021 में 157 तक पहुंच गई उद्यमी संख्या

अंसारी - सुंदरनगर  20-11-2021

 मुख्यमंत्री स्वावलंबन स्वरोजगार योजना के तहत मंडी जिला में वर्तमान में 157 केस मंजूर किए गए हैं। जिनमें से 2249. 95 लाख के लोन स्वीकृत हुए हैं और 747. 81 लाख की सब्सिडी मंजूर हुई है।
 
मंडी में ही शुरुआती दौर 2018 में 26, केस से इस योजना की शुरुआत की गई थी। जो कि 2019 में 177 उद्यमी, 2020 में 213 उद्यमी और वर्तमान में 2021 में 157 उद्यमी तक पहुंच गई है।
 
जिला उद्योग केंद्र मंडी के महाप्रबंधक ओमप्रकाश जरयाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना 2019 के तहत आवेदन करने वाली महिलाओं के लिए ऊपरी आयु सीमा में पांच वर्ष की छूट दी है।  

प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना 2019 में संशोधन कर इसमें 18 नई गतिविधियां शामिल की हैं। जो की बहुत बड़ी बात है। उन्होंने बताया बताया कि अब इस योजना के तहत गतिविधियों की संख्या बढक़र 103 हो गई है।
 
मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना में अतिरिक्त गतिविधियां शामिल करने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि योजना के तहत लघु सेवा व व्यावसायिक उद्यमों की सूची में परिरक्षित चारा इकाइयों की स्थापना, उन्नत डेयरी विकास परियोजना (10 गाय या भैंस की एक इकाई), दूध और दुग्ध उत्पादों के लिए कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं की स्थापना, फार्म स्टे, एग्रो पर्यटन व फार्म पर्यटन, कृषि के लिए खुदरा दुकानों का निर्माण, कृषि उपकरणों व औजारों का निर्माण, सब्जी नर्सरी तैयार करना, ऊतक संवर्धन , प्रयोगशाला, कृषि उत्पादों का भंडारण और परिवहन, इंटरनेट ऑफ  थिंग्ज आधारित वर्टिकल फार्मिंग, पेट्रोल पंप, ईवी चार्जिंग स्टेशन, एंबुलेंस, रेशम प्रसंस्करण इकाई, रेशम रीलिंग इकाइयां, ऑक्सीजन क्रायोजेनिक टैंकर सेवाएं, सर्वेयर यूनिट और ड्रिलिंग यूनिट शामिल की गई हैं।
 
इस योजना के तहत प्रदेश में वर्ष 2021.22 में 2000 लोगों को लाभ देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जिसे अब बढ़ाकर 3000 कर दिया गया है। प्रदेश में योजना के तहत अभी तक 1350 मामले बैंकों द्वारा स्वीकृत किए जा चुके हैं।
 
उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं और योजना की प्रक्रिया का सरलीकरण कर इसे सुगम बनाया गया है। इससे युवाओं की आर्थिकी सुदृढ़ हो रही है।