रामायण सर्किट ट्रेन में भगवा चोले में खाना परोसा कर जूठन  उठाना निंदनीय संत समाज ने की आपत्ति 

आईआरसीटीसी की ओर से सात नवंबर को चलाई गई रामायण सर्किट ट्रेन में भगवा चोले व पवित्र रुद्राक्ष, तुलसी आदि की माला पहन कर खाना परोसा कर जूठन उठा रहे है जिससे सन्त समाज बहुत आहात है।

रामायण सर्किट ट्रेन में भगवा चोले में खाना परोसा कर जूठन  उठाना निंदनीय संत समाज ने की आपत्ति 

यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन  20-11-2021

आईआरसीटीसी की ओर से सात नवंबर को चलाई गई रामायण सर्किट ट्रेन में भगवा चोले व पवित्र रुद्राक्ष, तुलसी आदि की माला पहन कर खाना परोसा कर जूठन उठा रहे है जिससे सन्त समाज बहुत आहात है।
 
सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो में कुछ कार्य कर्ता भगवा चोले में यात्रियों की जूठन उठा रहे है, वीडियो अयोध्या रामेश्वरम बुलेट ट्रेन के रेस्तरां का होने का दावा किया जा रहा है, जो सन्त समाज का निरादर व अपमान है।
 
प्रेस को जारी बयान में सनातन वैदिक हिंदू परमधर्म संसद 1008 के प्रदेश प्रमुख पंकज दास ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए। उनका कहना है कि इस चोले में जूठन उठाना साधु संतों का अपमान है।
 
मर्याद पुरषोतम भगवान श्री राम से जड़े 15 स्थलों के दर्शन हेतु 7500 किलोमीटर दूरी तय करने वाली रामायण यात्रा बुलेट ट्रेन में सन्त के चोले में जूठन उठाना कहा कि मर्यादा है।
 
उन सेवादारों द्वारा पहना गया भगवा चोला तुरन्त हटाया जाए, भगवान श्री राम की यह यात्रा तभी सफल हो पाएगी जब इस यात्रा में मर्यादा बनी रहेगी।
 
सोशल मीडिया पर वायरल यात्रा के वीडियो में संत चोले में जूठन उठाने का वह विरोध कर उन सेवादारों के चोला बदलने की मांग करते है,ताकि हम मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के बताए गए मार्ग पर चल सके।