मनाली के 1500 होटलों को एसओपी लागू करना बना चुनौती , अभी तक बंद है ग्रामीण इलाकों के होटल

मनाली के 1500 होटलों को एसओपी लागू करना बना चुनौती , अभी तक बंद है ग्रामीण इलाकों के होटल

यंगवार्ता न्यूज - कुल्लू 06-10-2020

कोरोना काल में हिमाचल के मनाली शहर के करीब पांच से सात सौ होटल सैलानियों के लिए तो खुल गए हैं, लेकिन पर्यटन नगरी से सटे ग्रामीण इलाके के करीब 1500 होटलों, गेस्टहाउस और होम स्टे के अभी ताले नहीं खुले हैं। यहां सरकार की एसओपी को लागू करना कारोबारियों के लिए चुनौती बन गया है।

अब होटल एसोसिएशन ने भी सरकार से एसओपी को संशोधित करने की मांग उठाई है। कारोबारियों का कहना है कि प्रदेश सरकार ने पर्यटन गतिविधियां शुरू करने को जो एसओपी जारी की है, उसे ग्रामीण इलाकों में लागू नहीं किया जा सकता है।

सरकार की एसओपी शहर के होटलों के लिए है। ग्रामीण इलाकों केे पर्यटन के लिए नहीं। जिले में करीब 80 फीसदी पर्यटन ग्रामीण इलाकों में है। लोगों ने होटल, गेस्टहाउस, सरकार की होम स्टे योजना तथा केंद्र की बेड एंड ब्रेकफास्ट (बीएनबी) का निर्माण किया गया है।

इनमें परिजनों तथा सैलानियों के लिए एक किचन होता है और रहते भी एक भवन में हैं। ऐसे में न तो एसओपी लागू हो पाएगी और न ही सामाजिक दूरी का पालन हो सकेगा। होम स्टे संचालक प्रीतम सिंह, श्याम लाल, बुद्धि सिंह, नरोत्तम सिंह, भाग चंद तथा मोहर सिंह ने कहा कि प्रदेश व जिले में कोरोना का खौफ बढ़ता जा रहा है।

ग्रामीण इलाकों में सरकार की एसओपी के तहत पर्यटन गतिविधियां नहीं चलाई जा सकती हैं। होटल एसोसिएशन मनाली के अध्यक्ष अनूपराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने जो एसओपी बनाई है, वह शहरी इलाकों के होटलों के लिए है। ग्रामीण क्षेत्र में इसे लागू नहीं किया जा सकता है। सरकार को एसओपी में संशोधन करना चाहिए।