मनोहर हत्याकांड : अब तक आरोपियों के खातों से मिले 17 लाख रुपए , डाकघर में भी है मुजरिमों के अकाउंट

मनोहर हत्याकांड के आरोपियों के डाकघर में भी खाते हैं। इन खातों में भी कुछ धनराशि जमा है। बैंक, एफडी व डाकघर में जमा राशि को जोड़कर अब तक पुलिस को आरोपियों के खातों से लगभग 17 लाख रुपए मिले हैं। खातों की जांच अब भी जारी है। पुलिस आरोपियों द्वारा विभिन्न स्तर पर की गई ट्रांसजेक्शन को भी चेक कर

मनोहर हत्याकांड : अब तक आरोपियों के खातों से मिले 17 लाख रुपए , डाकघर में भी है मुजरिमों के अकाउंट

यंगवार्ता न्यूज़ - चम्बा  23-06-2023
 
मनोहर हत्याकांड के आरोपियों के डाकघर में भी खाते हैं। इन खातों में भी कुछ धनराशि जमा है। बैंक, एफडी व डाकघर में जमा राशि को जोड़कर अब तक पुलिस को आरोपियों के खातों से लगभग 17 लाख रुपए मिले हैं। खातों की जांच अब भी जारी है। पुलिस आरोपियों द्वारा विभिन्न स्तर पर की गई ट्रांसजेक्शन को भी चेक कर रही है। भाजपा ने आरोपियों के खातों में करोड़ों रुपए की धनराशि जमा होने के आरोप लगाए थे। इसके अलावा लाखों रुपए के 2000 के नोट बदलवाने की बात भी कही थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों को खंगालना शुरू किया। 
 
 
प्रारंभिक जांच में आरोपी परिवार के विभिन्न सदस्यों के बैंक खातों व एफडी में कुल 10 लाख रुपए पाए गए थे। इसके बाद पुलिस ने डाकघर के खातों की जांच की। अब खातों में जमा राशि 17 लाख रुपए तक पहुंच गई है। डीसी अपूर्व देवगन ने कहा कि प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि एसपी से मिलकर मनोहर के परिवार की हर संभव मदद की जा रही है। आरोपियों के खातों की जांच लगातार जारी है। अब तक पुलिस को अलग-अलग खातों से कुल 17 लाख रुपए मिले हैं। उन्होंने कहा कि आरोपियों द्वारा 3 बीघा सरकारी जमीन पर किए गए अवैध कब्जों को छुड़ा लिया गया है। 
 
 
मनोहर के परिजनों ने भी मामले की एनआईए जांच की मांग उठाई है। मनोहर के पिता राजू ने डीसी को एक मांगपत्र भेजा है। जिसमे उन्होंने कहा कि दोषियों को फांसी दी जाए और मामले की एनआईए से जांच करवाई जाए। उन्होंने कहा कि आरोपियों के आतंकी संगठन से कनेक्शन का उन्हें शक है। राजू ने बताया कि आरोपी का परिवार 12 माह बर्फबारी में ऊंची चोटियों पर रहता है। यह क्षेत्र जम्मू-कश्मीर के साथ सटा हुआ है। विश्व हिंदू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष डाॅ. केशव ने बताया कि मनोहर के पिता द्वारा भेजे गए मांगपत्र के बारे में डी.सी. को अवगत करवाया गया है। इस बारे संज्ञान लेने की अपील की गई है।