मार्च तक एनपीए नहीं होंगे केसीसी, किसानों-बागवानों को बैंकर्स कमेटी ने दी राहत

मार्च तक एनपीए नहीं होंगे केसीसी, किसानों-बागवानों को बैंकर्स कमेटी ने दी राहत

यंगवार्ता न्यूज -शिमला 30-09-2020

हिमाचल के लाखों किसानों और बागवानों के लिए राहत की खबर है। कोरोना काल में जो किसान-बागवान किसान क्रेडिट कार्ड के तहत अभी कर्ज चुकाने की स्थिति में नहीं हैं, उन्हें मार्च तक की मोहलत दी गई है। ऐसे किसानों के केसीसी खाता एनपीए घोषित नहीं होंगे।

ऐसे किसानों को बैंकों की ओर से इसी महीने कैलकुलेट किए गए ब्याज की धनराशि एकदम चुकता नहीं करनी होगी। जो इसे स्वेच्छा से चुकता कर पाएं, वे कर सकते हैं, जो न कर पाएं, वे मार्च तक टाल सकते हैं। ब्याज की रकम के लिए ऐसे किसानों के अलग से लोन खाते खोले जाएंगे।

हालांकि, इस पर अलग से ब्याज भी देना होगा। प्रदेश में कई क्षेत्रों में इस बार सेब की फसल भी कम है। ऐसी स्थिति में कई बागवान दैनिक खर्चों के बीच ब्याज की राशि चुकता करने के हालात में नहीं हैं।

हिमाचल प्रदेश की राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी के संयोजक और यूको बैंक के जोनल हेड जेएन कश्यप ने कहा है कि आरबीआई के निर्देश आने के बाद ऐसा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ब्याज की राशि के खोले गए अलग-अलग खातों पर साढ़े आठ प्रतिशत ब्याज लिया जाएगा।

हिमाचल में वर्तमान में करीब नौ लाख ऋणी किसान हैं। इनमें से लाखों किसानों के किसान क्रेडिट कार्ड बने हुए हैं। इनमें हर साल बड़ी संख्या में क्रेडिट कार्ड एनपीए बन जाते हैं।

tag