लॉकडाउन के बीच बच्चों की पढ़ाई सुचारु रखने का धर्मशाला के युवाओं ने उठाया बीड़ा 

लॉकडाउन के बीच बच्चों की पढ़ाई सुचारु रखने का धर्मशाला के युवाओं ने उठाया बीड़ा 

यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला    05-09-2020

लॉकडाउन के बीच स्कूली बच्चों की पढ़ाई सुचारु रखने का बीड़ा धर्मशाला के युवाओं ने उठाया है। करीब तीस युवाओं की टोली बच्चों को घर-घर जाकर पढ़ा रही है। ये सभी बारहवीं की परीक्षा पास कर चुके हैं। 

कॉलेज और अन्य संस्थान बंद होने के कारण फिलहाल ये युवा घर पर हैं। बच्चों की पढ़ाई का खर्च ये अपने जेब खर्च से उठा रहे हैं।  खास बात यह है कि युवाओं ने बच्चों को पढ़ाने के लिए खुद ही अपने-अपने विभाग बनाकर बांट लिए हैं।

लॉकडाउन में ऑनलाइन शिक्षा से महरूम सरकारी स्कूलों के आर्थिक तौर पर कमजोर बच्चों को गांव में जाकर पढ़ाने की मुहिम सेवानिवृत्त सेशन जज की बेटी दिव्यांगना त्रिवेदी ने अपने दो दोस्तों के साथ एक माह पहले शुरू की है। 

दिव्यांगना की टीम में अब 30 युवक-युवतियां हो गए हैं। सभी बारहवीं की परीक्षा पास करने के बाद एंट्रेंस एग्जाम और कॉलेज खुलने का इंतजार कर रहे हैं। इनमें कोई युवा इंजीनियर, वकील तो कोई कॉलेज जाना चाहता है। युवाओं ने अपने अभियान को विल एंड वे का नाम दिया है।

युवा धर्मशाला में गांव-गांव जा रहे हैं। रोज तीन गांव चुने जाते हैं और वहां जाकर बच्चों को पढ़ाते हैं। दिव्यांगना त्रिवेदी और अभिनव गुरंग ने बताया कि अलग-अलग विषय बच्चों को पढ़ाते हैं। 

तनिश शर्मा ने कहा कि कोशिश है बच्चों को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाया जाए। दिव्यांगना का कहना है कि बच्चों के पास पढ़ने के लिए स्मार्टफोन नहीं हैं। स्कूल बंद हैं।

दिव्यांगना, सिद्धार्थ कपूर, अक्षत, आर्यन गौतम, काश्नी अबरोल, पारुल, आदित्य महाजन, रोनिक, आर्यन सूद और साहिल ने बताया कि हर महीने पॉकेट मनी के पैसे जोड़ते हैं। इससे बच्चों के लिए किताबें, मास्क, साबुन खरीदते हैं।