वीरभद्र सिंह के कांगड़ा दौरे का विरोध करेगा ओबीसी संगठन , अनदेखी का लगाया आरोप
यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला 17-11-2020
कांगड़ा आने पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का विरोध किया जाएगा। जब कांग्रेस सत्ता में आई है ओबीसी को वोट बैंक के तौर पर ही प्रयोग हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बयान दिया है कि वह पूरे हिमाचल प्रदेश का शीघ्र दौरा करेंगे। इस दौरे को लेकर अन्य पिछड़ा वर्ग हिमाचल प्रदेश खासकर कांगड़ा जिला पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का कांगड़ा आने पर विरोध करेंगे।
ओबीसी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अधिवक्ता आर एल चौधरी ने कहा ओबीसी समुदाय की अनदेखी होती रही है। 1992 में ओबीसी कमीशन हिमाचल में वीरभद्र सिंह ने बिठा दिया, यह कमीशन ओबीसी के लिए घातक साबित हुआ है और आज दिन तक ओबीसी के रिपोर्ट जमा नहीं करवा सका। जिस कारण ओबीसी समुदाय कई सुविधाओं से वंचित है।
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के शासनकाल में अन्य पिछड़ा वर्ग का कोई भी काबीना मंत्री नहीं बनाया गया था। और तो और सबसे लंबित 27 फीसद आरक्षण भी उच्च शिक्षण संस्थान व सरकारी नौकरियों में भी लागू नहीं किया था। वीरभद्र सिंह ने ओबीसी को वोट बैंक के रूप में प्रयोग किया, जबकि सुविधाओं के नाम पर प्रयास सिफर रहे।
अन्य पिछड़ा वर्ग की मेडिकल कॉलेजों में 80 सीट बनती हैं, लेकिन सिर्फ पांच सीट ही उनको दी जाती हैं, जबकि तिब्बती और कश्मीरी शरणार्थियों को दो-दो सीटें रखी गई हैं।इससे स्पष्ट होता है कि पूर्व मुख्यमंत्री अन्य पिछड़ा वर्ग विरोधी है, जहां तक निदेशक, चेयरमैन आदि पदों को देने की बात आती है तो अन्य पिछड़ा वर्ग को कांग्रेस भूल जाती है। जब विधानसभा चुनाव में टिकट देने की बात आती तब भी ओबीसी बाहुल में भी नजर अंदाज किए जाते हैं।