सुक्खू के पक्ष में नारेबाजी से कांग्रेस की किसान संवाद रैली में हंगामा , खुलकर सामने आई गुटबाजी 

सुक्खू के पक्ष में नारेबाजी से कांग्रेस की किसान संवाद रैली में हंगामा , खुलकर सामने आई गुटबाजी 

 यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी   10-10-2020

मंडी किसान बिल के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन रैली का आयोजन किया गया। इस रैली की अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने की। आठ ट्रैक्टर के माध्यम से कांग्रेस नेता और कांग्रेस कार्यकर्ता पैदल विपाशा सदन पहुंचे।
 
रैली की शुरुआत में कुछ देर के लिए कांग्रेस नेता भी शामिल रहे, लेकिन बाद वरिष्ठ नेता प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला को लेने के लिए हेलीपेड चले गए। इसके बाद कांग्रेस की रैली जिला कांग्रेस अधयक्ष प्रकाश चौधरी की अगवाई में विपाशा सदन पहुंची।
 
कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री, कोल सिंह ठाकुर और सुक्खविंद्र सिंह सुक्खू सीधे किसान संवाद सम्मेलन में पहुंचे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिला मंडी में आयोजित कांग्रेस की किसान संवाद रैली में खूब हंगामा हुआ।
 
किसानों के हितों के लिए रखी गई रैली में कांग्रेस नेता अपनी ही गुटबाजी करते रहे। कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू की टीम के बीच खूब कंपीटिशन देखने को मिला। पूर्व कांग्रेस कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के आते ही माहौल गरमा गया।
 
सुक्खू अपने सर्मथकों के साथ विपाशा सदन पहुंचे। उनके साथ आये कार्यकताओं ने जोरदार नारेबाजी की। हमारा नेता कैसा हो, सुक्खू भाई जैसा हो, ऐसे नारों के साथ कार्यकर्ताओं ने माहौल गरमा दिया। जिस समय सुखविंदर सिंह सुक्खू विपाशा सदन पहुंचे, उससे कुछ देर पहले ही कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ओर अन्य नेता मंच पर पहुंचे थे। जिससे माहौल और गरमा गया।
 
सुखविंदर सिंह सुक्खू के समर्थक मंच के पास खड़े हो गए और जोरदार नारेबाजी करते रहे। काफी देर तक सुक्खू के समर्थन में नारे लगते रहे। जब अन्य नेताओं के समझाने के बाद भी कार्यकर्ता नहीं माने तो प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला को माइक पकड़ कर चेतावनी देनी पड़ी।
 
तब जाकर कार्यकर्ता थोड़े शांत हुए, हालांकि इसके बाद कार्यकर्ता बड़ी देर तक मंच पर डटे रहे और काफी देर बाद मंच के आगे से हटे, जिससे काफी माहौल गरमाया रहा और कांग्रेस की गुटबाजी साफ दिखती रही। वहीं किसान सम्वाद सम्मेलन में कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार पर खूब हमले बोले।