सूखे की चपेट में आए हिमाचल में पनप रहा बिजली का गंभीर संकट
सूखे की चपेट में आए प्रदेश में बिजली का गंभीर संकट पनप रहा है। बिजली उत्पादन वाले सबसे बड़े राज्य हिमाचल को खरीद की नौबत आन पड़ी है। प्रदेश में अब तक बिजली उत्पादन में रिकार्ड गिरावट दर्ज
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 05-12-2022
सूखे की चपेट में आए प्रदेश में बिजली का गंभीर संकट पनप रहा है। बिजली उत्पादन वाले सबसे बड़े राज्य हिमाचल को खरीद की नौबत आन पड़ी है। प्रदेश में अब तक बिजली उत्पादन में रिकार्ड गिरावट दर्ज हुई है। सर्दियों में बिजली की खपत बढक़र तीन करोड़ 25 लाख यूनिट रोजाना पहुंच गई है, जबकि उत्पादन एक करोड़ 94 लाख यूनिट का हो रहा है।
अब इस कमी को पूरा करने के लिए बिजली बोर्ड 1.50 करोड़ यूनिट बिजली पंजाब और दिल्ली से ले रहा है। हालांकि इस बिजली के एवज में प्रदेश को किसी भी तरह का भुगतान नहीं करना पड़ रहा है। दरअसल, इसी साल अक्तूबर महीने तक रोजाना हिमाचल ने दिल्ली को करीब 65 लाख यूनिट जबकि पंजाब को 70 लाख यूनिट की सप्लाई की थी।
अब इस सप्लाई की भरपाई बैंकिंग प्रणाली के माध्यम से हो रही है। प्रदेश में जब तक बिजली का उत्पादन सामान्य नहीं होगा तब तक बोर्ड बिजली की भरपाई करता रहेगा। प्रदेश में हो रहे कुल बिजली उत्पादन की बात करें तो बोर्ड का उत्पादन 35 लाख यूनिट रोजाना है, जबकि केंद्र सरकार के अधीन चल रही बिजली परियोजनाओं के माध्यम से 72 लाख यूनिट मिल रहे हैं।
स्वतंत्र उत्पादकों का शेयर करीब 50 लाख यूनिट है जबकि अन्य माध्यमों से 37 लाख यूनिट की भरपाई प्रदेश में हो रही है। बिजली बोर्ड प्रबंधन ने दावा किया है कि 1.50 करोड़ यूनिट बिजली की सप्लाई हिमाचल में दूसरे राज्यों से आ रही है।
बिजली बोर्ड के प्रबंध निदेशक पंकज डढवाल का कहना है कि उन्होंने कहा कि गर्मियों में दी गई विद्युत को अब बैंकिंग प्रणाली के अंतर्गत वापस लिया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश के पास पर्याप्त मात्रा में विद्युत है और बैंकिंग प्रणाली के सिवाय किसी अन्य माध्यम से विद्युत नहीं खरीदी जा जा रही है।
विद्युत खरीद समझौते के अनुसार खरीद के मामलों पर समय पर भुगतान किया जा रहा है और अभी कोई भी भुगतान लंबित नहीं है। प्रदेश में फिलहाल बिजली का कोई भी संकट नहीं है। भविष्य में भी यह व्यवस्था बनी रहे इस पर बिजली बोर्ड गंभीरता से विचार कर रहा है।
गर्मियों के दौरान पड़ोसी राज्यों में बिजली की खपत बढ़ जाती है, जबकि हिमाचल में बिजली उत्पादन में बढ़ोत्तरी होती है। ऐसे में गर्मियों में प्रदेश बैंकिंग प्रणाली के तहत बिजली की सप्लाई जरूरतमंद राज्यों को करता है ।