सीबीएसई ने अपने सिलेबस में 30 फीसदी कटौती का किया ऐलान
न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली 08-07-2020
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने अगले साल के लिए अपने सिलेबस में 30 फीसदी कटौती का ऐलान कर दिया है। मंगलवार शाम बोर्ड ने ट्विटर पर इस संबंध में नोटिफिकेशन भी जारी कर दी है।
इसके तहत एनसीईआरटी से पढ़ाई करवाने वाले 22 राज्यों में 2020-21 अकादमिक सत्र के लिए 9वीं से 12वीं के कोर्स में एक-तिहाई कमी कर दी गई है।
इसके लिए एनसीईआरटी और सीबीएसई बोर्ड के विशेषज्ञों की एक कमेटी ने पाठ्यक्रम में कटौती का खाका तैयार किया और उसके बाद कक्षा 9वीं से 12वीं के छात्रों के लिए यह फैसला लिया गया।
वहीं 8वीं तक की कक्षाओं के लिए सीबीएसई ने स्कूलों को खुद सिलेबस तैयार करने को कहा है। सीबीएसई के इस फैसले से करीब 50 लाख छात्रों को फायदा होगा।
गौर हो कि देश दुनिया के विभिन्न हिस्सों में चल रही हेल्थ एमर्जेंसी और कोविड-19 महामारी रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद करने से क्लास रूम पढ़ाई का काफी नुकसान हुआ है। इसलिए बोर्ड ने शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए कक्षा 9वीं से 12वीं के लिए सिलेबस को संशोधित करने का निर्णय लिया है।
स्कूल प्रमुख और शिक्षक यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि जिन टॉपिक्स को कम किया गया है, उन्हें छात्रों को विभिन्न विषयों के साथ कनेक्ट करने के लिए जरूरी सीमा तक समझाया जाए।
मानव संसाधन विकास मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को मौजूदा हालात को देखते हुए कोर्स कटौती को लेकर बोर्ड को दी गई सलाह के बारे में ट्वीट किया और फिर नोटिफिकेशन जारी हो गई।
पाठ्यक्रम घटाने पर काम कर रही कमेटी ने विभिन्न स्कूल प्रबंधन, अभिभावकों, राज्यों, शिक्षाविद् और शिक्षकों के सुझावों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की।
हालांकि, इस दौरान कमेटी ने इस बात का ख्याल रखा है कि एक पूरा चैप्टर या उन टॉपिक्स को हटाया जाए, जो या तो दोहराए गए हैं या जिन्हें अन्य अध्यायों के तहत कवर किया जा सकता है।
बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि कोर्स कम करने से लर्निंग पर असर नहीं पड़ना चाहिए और इसके लिए शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बच्चों को समझाने के लिए हटाए गए टॉपिक्स को भी एक लिमिट तक समझा सकते हैं।