सरकार का राजस्व बारह हजार करोड़ है तो घाटा तीस हजार करोड़ का कैसे : जीएस बाली

सरकार का राजस्व बारह हजार करोड़ है तो घाटा तीस हजार करोड़ का कैसे : जीएस बाली
यंगवार्ता न्यूज़ - काँगड़ा   10-08-2020
 
पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मनकोटिया के कांगड़ा जिले के एक मंत्री पर हजारों कनाल भूमि की खरीद फरोख्त के आरोपों पर पूर्व मंत्री जीएस बाली ने सरकार से मामले की जांच करवाने की मांग की है। कांगड़ा में पत्रकार वार्ता में बाली से मनकोटिया की ओर से लगाए आरोपों पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मनकोटिया अपने ही आदमी हैं। वह पहले कांग्रेस में ही थे। उनके उठाए इस मसले पर मंत्री को स्पष्टीकरण देना चाहिए था।
 
सरकार को मामले की जांच करवानी चाहिए थी। मामले में वह भी तथ्य जुटा रहे हैं। बाली ने कहा कि धर्मशाला उपचुनाव के दौरान सीएम ने वादा किया था कि भाजपा उम्मीदवार के जीतने पर वह जिला कांगड़ा को तोहफा देंगे। सीएम बताएं कि ऐसा कौन सा तोहफा देना चाहते थे।
 
सीएम कह रहे हैं कि कोरोना से सरकार को तीस हजार करोड़ का घाटा हुआ है। यह जीडीपी कम होने की वजह से हुआ है। जब सरकार का राजस्व बारह हजार करोड़ है तो घाटा तीस हजार करोड़ कैसे हो गया? सरकार अर्थव्यवस्था को अनलॉक कैसे करेगी, इस पर मंथन के बजाय किराया बढ़ाकर जनता को चोट पहुंचाई जा रही है।
 
ट्रांसपोर्टरों के लिए किराया तो बढ़ा दिया, लेकिन चालकों-परिचालकों के बारे में नहीं सोचा। बेरोजगारी का आंकड़ा बढ़ रहा है। कांग्रेस अपने चुनाव घोषणापत्र में इन मुद्दों को रखेगी। वह दो लाख युवाओं को रोजगार देने के स्टैंड पर कायम हैं।
 
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और उनके सहयोगी बार-बार कोरोना से बचने की हिदायत दे रहे हैं, वहीं हिमाचल के सीएम जहां-जहां जा रहे हैं, वहां सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही हैं। बाली ने कहा कि उन्होंने पिछले बीस साल से नगरोटा में होने वाले बाल मेले को स्थगित करने का फैसला भारी मन से लिया था।
 
यदि सीएम प्रवास पर आना चाह रहे हैं तो उन्हें सचिवालय में बैठना चाहिए। सामाजिक दूरी का पालन करते हुए जन समस्याओं का निपटारा करना चाहिए। सीएम दौरे में बैंड-बाजों की क्या जरूरत है? जिन बच्चों के पोस्टर फाड़े, उन्हें भी सीएम से मिलवाना चाहिए था। बाली ने सरकार से पूछा कि धर्मशाला राजधानी का क्या हुआ? तीन सालों में सरकार जिले में क्या प्रोजेक्ट लेकर आई।