संस्थान बंद करने पर कांग्रेस सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरी भाजपा, प्रदेश भर में धरना-प्रदर्शन
हिमाचल में कांग्रेस की सुक्खू सरकार के खिलाफ भाजपा लामबंद हो गई है। भाजपा सरकार द्वारा लिए गए कार्यालयों को डिनोटिफाई करके तालाबंदी करने के फैसले के खिलाफ
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 22-12-2022
हिमाचल में कांग्रेस की सुक्खू सरकार के खिलाफ भाजपा लामबंद हो गई है। भाजपा सरकार द्वारा लिए गए कार्यालयों को डिनोटिफाई करके तालाबंदी करने के फैसले के खिलाफ है। इसलिए कड़ा विरोध जताते हुए भाजपा ने प्रदेशभर में धरने प्रदर्शन करने शुरू कर दिए हैं।
विधानसभा सत्र शुरू होने तक भाजपा सड़कों पर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करती रहेगी। इस दौरान एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपे जाएंगे। इसी कड़ी में गुरुवार को शिमला भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मेहता की अध्यक्षता में शिमला में विरोध प्रदर्शन किया गया। सीटीओ कार्यालय के बाहर धरना कर कार्यकर्ताओं ने डीसी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
मेहता ने कहा कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस पार्टी को जनमत दिया। बावजूद इसके सरकार जनता के विरोध में कार्य कर रही है। जनता हितैषी कार्य करने के बजाय कांग्रेस सरकार जयराम सरकार द्वारा जनता के हित में लिए गए निर्णयों को डिनोटिफाई कर रही है। मंत्रिमंडल का गठन अभी तक नहीं हो पाया है। कांग्रेस सरकार ने 307 से अधिक कार्यालयों को बंद कर दिया है। कहा विपक्ष इसे बर्दाश्त करने वाला नहीं है। यह एक सांकेतिक धरना है।
आने वाले समय में एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा। भाजपा ने निर्णय लिया है कि जिन स्थानों पर नए खोले गए संस्थान बंद किए गए हैं, वहां के SDM के माध्यम राज्यपाल को ज्ञापन भेजा जाएगा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने पर्व सरकार के समय में खोले गए कार्यालयों के बंद करने पर आपत्ति जताई है। उनका आरोप है कि कांग्रेस सरकार बदला-बदली की भावना से काम कर रही है। उसका विकास से कोई लेना-देना नहीं है।
सुक्खू सरकार ने अभी तक शिलाई, पांवटा साहिब, पच्छाद, रोहड़ू, सोलन, श्री रेणुका जी, शिमला ग्रामीण, सुजानपुर, सिराज, सुलह, चुराह, रामपुर, घुमारवीं और झंडूत्ता में संस्थान बंद किए हैं। इन जगहों पर विरोध प्रदर्शन करके भाजपा एसडीएम को ज्ञापन सौंपे। शिमला में डीसी के जरिए ज्ञापन भेजा गया।