हिमाचल को स्वच्छता में सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने पर बल ; सुरेश भारद्वाज

हिमाचल को स्वच्छता में सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने पर बल ; सुरेश भारद्वाज

 यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   22-08-2020

शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 के अनुसार पूरे देश में हिमाचल प्रदेश द्वारा छठा स्थान प्राप्त करने पर प्रदेशवासियों को बधाई दी तथा भविष्य में प्रदेश को स्वच्छता में सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने की अपील की।
 
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि केन्द्र सरकार के आवास एवं शहरी मामलें मंत्रालय द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 आवार्ड घोषित किए गए है, जिसमें हिमाचल प्रदेश ने प्रथम वर्ग में छठा स्थान प्राप्त किया है। 

पिछले वर्ष इस सर्वेक्षण में प्रदेश ने 20वां स्थान प्राप्त किया था। प्रदेश द्वारा इस उपलब्धि को हासिल करने का श्रेय प्रदेशवासियों को जाता है, जिन्होंने स्वच्छता को अपनी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण भाग बनाया गया है।
 
शहरी विकास मंत्री ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 के अनुसार कुल 382 शहरों में प्रदेश के शिमला शहर ने 65वां स्थान प्राप्त किया है।

इस उपलब्धि के लिए नगर निगम शिमला, सभी स्वच्छता कर्मचारियों तथा सैहब सोसाइटी शिमला का धन्यवाद किया तथा कहा कि अब हमारा लक्ष्य शहर में स्वच्छता मानकों में निरन्तर प्रगति कर शिमला को टाॅप-10 में स्थान दिलवाना है।
 
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि स्वच्छता सदियों से हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सदैव स्वच्छता के महत्व पर विशेष बल दिया तथा लोगों को अपने आस-पास साफ-सफाई रखने के लिए स्वयं उदाहरण प्रस्तुत किए। 

उनका मानना था कि स्वच्छता से तन व मन दोनों स्वस्थ रहते हैं। उनके अनुसार स्वच्छता की शुरूआत देश के गांवों से होनी चाहिए क्योंकि भारत की छवि गांवों में बस्ती है। उनके अनुसार स्वच्छता को अपने आचरण में इस तरह अपना लेना चाहिए कि वह एक आदत बन जाए।
 
शहरी विकास मंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी के सपनों के ‘स्वच्छ भारत’ को मूर्त रूप देने के लिए देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2 अक्तूबर, 2014 को स्वच्छ भारत मिशन आरम्भ किया गया तथा इस मिशन के तहत पूरे देश में स्वच्छता पर विशेष बल दिया गया, जिसकी सराहना पूरे विश्व में की जा रही है। 

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने भी स्वच्छ भारत मिशन के तहत विभिन्न क्षेत्रों में निरन्तर उल्लेखनीय कार्य किया है। प्रदेश पहले से ही बाह्य शौचमुक्त राज्य है। प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन के तहत ठोस कचरे का वैज्ञानिक प्रबन्धन किया जा रहा है। लोगों को स्वच्छता एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक भी किया जा रहा है।
 
उन्होंने प्रदेशवासियों तथा सभी हितधारकों का इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए आभार व्यक्त किया तथा प्रदेश को स्वच्छता के संदर्भ में सबसे बेहतर राज्य बनाने के संकल्प में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने की अपील की।