विनोद कुमार - शिमला 04-05-2021
हिमाचल प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोनावायरस के मामलों को देखते हुए नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए कहा कि कुशासन की वजह से आज प्रदेश में जहां कोरोना संक्रमित लोगों के मामलों में इजाफ़ा देखने को मिला है वहीं वहीं प्रदेश में मृत्यु दर में भी बढ़ोतरी हुई है तथा देश में हिमाचल प्रदेश चौथे स्थान पर आ खड़ा हुआ है।
आज कोरोना बेकाबू हो गया है तथा व्यवस्थाएं हाथ से निकल गई है इसको नियंत्रित करने के लिए प्रदेश सरकार की क्या रणनीति है वह प्रदेश सरकार को स्पष्ट करनी चाहिए क्यों कि एक समय प्रदेश में वह वक़्त भी आया था जब प्रदेश कोरोना मुक्ति के ओर बढ़ रहा था लेकिन आज हालात इस प्रकार के सामने देखने को मिल रहे हैं जिसके चलते 3000 से अधिक संक्रमित लोगों की संख्या रोज देखने को मिल रही है तथा साथी 40 से 44 लोगों के मौत का आंकड़ा दो-तीन दिनों से लगातार सामने आ रहा।
जल्दबाजी में केंद्र तथा प्रदेश सरकार ने टीकाकरण अभियान की शुरुआत करते हुए कहा था कि 18 वर्ष से 44 वर्ष तक की आयु के लोगों को टीकाकरण किया जाएगा परंतु प्रदेश में स्थिति यह है कि लोगों को टीकाकरण उपलब्ध नहीं हो पा रहा है तथा स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की स्थिति भी ठीक नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि विपक्ष ने भी यह तय किया है कि एक माह की बेसिक तनख्वाह मुख्यमंत्री राहत कोष में अंशदान के रूप में दी जाएगी ताकि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के चलते जरूरतमंदों का सहयोग किया जा सके।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने आज मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोनावायरस के मामलों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति काफी दयनीय है तथा 1599 लोगों ने कोरोना से जंग हारी है तथा संक्रमित कोरोना का आंकड़ा 21778 तक पहुंच गया है। तो अब प्रदेश सरकार को चुप रहने के बजाय अपना प्लान सार्वजनिक करना चाहिए कि वह कोरोना से रोकथाम के लिए क्या कुछ तैयारियों के साथ आने वाले समय में जनता के लिए तैयार हैं।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जहां एक और वैक्सीनेशन की बात की जाए तो सरकार को मुफ्त में प्रदेश के समस्त जनता का टीकाकरण करना चाहिए फिर वह चाहिए सरकारी अस्पताल में हो या फिर निजी अस्पताल की बात हो । उन्होंने यह भी कहा कि टीकाकरण के लिए प्रदेश का स्पष्ट करें कि उन्होंने निजी कंपनियों को पीके बनाने के लिए पैसे एडवांस में दिए हैं या नहीं या वह केंद्र सरकार पर निर्भर हैं।
वही आज प्रदेश सरकार ने कोरोना की परिस्थितियों को मद्देनजर रखते हुए सर्वदलीय बैठक पर विपक्ष को भी न्योता दिया है हालांकि विपक्ष का कहना है कि सरकार ही अंतिम फैसला ले प्रदेश की स्थितियों को देखते हुए कि प्रदेश के लोगों को किस तरह से इस वैश्विक महामारी से बचाया जा सकता है विपक्ष प्रदेश सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस विकराल स्थिति से निपटने के लिए खड़ा है।