यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब 12-05-2022
पांवटा साहिब के निहालगढ़ गांव में भारी संख्या में नारी शक्ति ने फोरलेन संघर्ष समिति के अध्यक्ष अनेंद्र सिंह नॉटी के नेतृत्व में जुड़ कर राजबन से बद्रीपुर तक 10 किलोमीटर में बन रही 5 फुट ऊंची नालियों के विरोध में जमकर नारेबाजी की और यह प्रण लिया के इस अन्याय को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पहाड़ से निकला हुआ मलबा किसी सही जगह डंप करने की बजाय जगह गलत डिजाइन बनाकर हजारों गरीबों किसानों दलितों व्यापारियों की संपत्ति या तो नष्ट कर दी गई है या नष्ट होने जा रही है।
इस से सिर्फ ठेकेदार को नाजायज फायदा दिया गया है। अनेंद्र सिंह नॉटी ने कहा कि इस बारे में अभी तक प्रदेश सरकार तथा जिला प्रशासन का रवैया संतोषजनक नहीं है ना ही किसी बड़े नेता या स्थानीय मंत्री ने इन लोगों का दुख जानने की कोशिश की है। इस मौके पर निहालगढ़ और साथ लगते क्षेत्रों के पंचायत प्रतिनिधि ग्राम प्रधान तथा अन्य जिम्मेवार व्यक्ति भी हाजिर रहे। सभी ने अनेंद्र सिंह नॉटी को आगे बढ़कर इस मुद्दे पर उनकी लड़ाई को लड़ने और इंसाफ दिलाने की मांग की है।
अनिंदर सिंह नॉटी ने बताया इस बारे में ग्राम स्तर तथा शहरी एरिया में वार्ड स्तर पर कई कमेटियों का गठन किया गया है और इस लड़ाई को निर्णायक अंजाम तक जरूर पहुंचाया जाएगा। पूरे भारतवर्ष में इस तरह की नाली और डिजाइन बनाकर घरों के आगे दीवारें कहीं खड़ी नहीं की गई है। यह सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की भी अवहेलना है जहां उन्होंने नेशनल हाईवे विभाग को किसी भी परिस्थिति में घरों के आगे बहुत अधिक ऊंची सड़क बनाने पर रोक लगाई है , लेकिन हिमाचल प्रदेश सरकार इस बारे में अभी कोई भी कदम नहीं उठाया और नेशनल हाईवे विभाग तथा ठेकेदार सभी नियमों कायदों की धज्जियां उड़ाते हुए जनता को आर्थिक और स्वास्थ्य दोनों रूप से परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे।
इस बारे में प्रशासन द्वारा पहले एक ज्वाइंट मीटिंग 9 मई को रखी गई थी जो किसी कारणवश रद्द हो गई थी अब संघर्ष नीति के साथ सभी विभागों की मीटिंग आगामी 17 मई को शाम 4 बजे रखी गई है। जनता भी 17 मई तक इंतजार करेगी वरना जनता अपना फैसला लेने के लिए स्वतंत्र है और यह एक बहुत बड़े आंदोलन का रूप अख्तियार कर सकता है। इस मौके पर निहालगढ़ की प्रधान सोनिया देवी, वार्ड सदस्य बबली देवी, रंजीत सिंह, वरिष्ठ नागरिक मोहन सिंह, बीकेयू के ब्लॉक अध्यक्ष जसविंदर बिलिंग, एसकेएम के संयोजक भूपेंद्र सिंह, परमजीत बंगा आदि शामिल रहे।