फायर विभाग की मिलीभगत से लोगों की जिंदगी से हो रहा खियलवाड़
यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 11-02-2021
भले ही हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा किसी भी होटल, शिक्षण संस्थान अथवा उद्योग को आरंभ करने से पूर्व अग्निशमन विभाग की एनओसी अनिवार्य की गई है। साथ ही विभाग द्वारा संस्थान को शुरू करने से पूर्व भवन का पुनरावलोकन किया जाता है , ताकि किसी भी प्रकार की कोई कमी ना रहे।
इसके लिए खासकर अग्निशमन विभाग की एनओसी अनिवार्य की गई है, लेकिन जिला सोलन के धर्मपुर के एक होटल को विभाग द्वारा एनओसी तो जारी कर दी गई है , लेकिन अभी भवन का कार्य अधूरा है।
जानकारी के मुताबिक जानकारी के मुताबिक धर्मपुर स्थित होटल पाइन व्यू ने 29 जनवरी को फायर की एनओसी के लिए आवेदन किया था। एनओसी के एक दिन बाद ही अग्निशमन विभाग के फायर अधिकारी ने मौके का निरीक्षण किया और विभाग के उच्च अधिकारियों को लिखा की होटल पाइनव्यू में होटल व्यवसाई द्वारा अग्निशमन विभाग द्वारा बताए गए उपकरण व अन्य सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी गई है।
हैरत की बात तो यह है कि 30 जनवरी को ही निरीक्षण के पश्चात अग्निशमन विभाग द्वारा पाइन व्यू होटल को फायर की एनओसी भी दीजिए भले ही अभी भी होटल का कार्य अधूरा है। बावजूद इसके भी होटल व्यवसाई द्वारा होटल को शुरू करवाया है। यही नहीं अभी तक होटल के कमरों में फिटिंग तक भी पूरी तरह से नहीं की गई है।
बताते हैं कि अग्निशमन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत के चलते होटल पाइन व्यू को फायर की एनओसी जारी कर दी गई है , जबकि नियमों के मुताबिक ना तो होटल में उपकरण लगे हैं और ना ही पानी के लिए नियम के तहत स्टोर टैंक बनाया गया है। यंगवार्ता मीडिया ने बाकायदा होटल में जाकर निरीक्षण किया जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग यंगवार्ता के पास उपलब्ध है।
धर्मपुर से होटल पाइन व्यू को अग्निशमन विभाग द्वारा दी गई है। इस बारे में अग्निशमन विभाग अधिकारी परवाणू टेक चंद से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्होंने आज गुरुवार को ही होटल पाइन व्यू का पुनः निरीक्षण किया। फायर अधिकारी ने कहा कि होटल व्यवसाई द्वारा प्लास्टिक की पाइप की फिटिंग की गई थी , लेकिन अब जीआई पाइप लगाई जा रही है।
उन्होंने कहा की इसके अलावा अन्य जो कमियां रह गई थी उसे भी पूरा करवाया जा रहा है। हैरत की बात तो यह है कि होटल पाइन व्यू को विभाग द्वारा 30 जनवरी को एनओसी जारी की गई है तो उस दौरान विभाग के अधिकारियों ने इन कमियों को क्यों नहीं देखा। इससे साफ जाहिर होता है कि अग्निशमन विभाग की मिली भगत के चलते लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है।
आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश में आए दिन आगजनी की घटनाएं घट रही है जिसके चलते सरकार और न्यायालय द्वारा होटलों , संस्थानों और उद्योगों में कार्य आरंभ होने से पूर्व फायर की एनओसी अनिवार्य की है लेकिन सोलन स्थित परमाणु अग्निशमन विभाग के तहत आने वाले उद्योगों , होटलों एवं अन्य संस्थानों में विभाग द्वारा इसी प्रकार लीपापोती की जा रही है।