जांच शुरू होने से पहले ही दो निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने छोड़े पद
यंगवार्ता न्यूज - शिमला 07-10-2020
हिमाचल के निजी विश्वविद्यालयों में सेवाएं दे रहे कुलपतियों की नियुक्तियों की जांच शुरू होते ही अरनी विश्वविद्यालय कांगड़ा और श्रीसाईं विश्वविद्यालय ऊना के कुलपतियों ने इस्तीफे दे दिए हैं। निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग यूजीसी के नियमों के अनुसार कुलपतियों की नियुक्तियों की जांच कर रहा है।
सभी निजी विश्वविद्यालयों से कुलपतियों की शैक्षणिक योग्यता और नियुक्तियों का रिकॉर्ड तलब किया गया है। इसी बीच दो निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने पद छोड़ दिए हैं। आयोग को ई मेल कर इसकी जानकारी दी है। दोनों विवि में नियुक्त नए कुलपतियों को लेकर अभी आयोग के पास जानकारी नहीं भेजी गई है।
आयोग के नए अध्यक्ष मेजर जनरल सेवानिवृत्त अतुल कौशिक ने पदभार संभालते ही नियुक्तियों की जांच करवाने का फैसला लिया था। इसी कड़ी में सभी निजी विश्वविद्यालयों से कुलपतियों, रजिस्ट्रार और शिक्षकों का रिकॉर्ड मांगा गया है। आयोग के पास पहुंची कई शिकायतों में कुछ निजी विश्वविद्यालयों में नियमों के खिलाफ कुलपतियों सहित शिक्षकों की भर्ती का आरोप लगाया है।
उधर, इस बाबत आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल सेवानिवृत्त अतुल कौशिक का कहना है कि जांच जारी है। कई विवि से रिकॉर्ड आ चुका है। जिन्होंने अभी नहीं भेजा है, उन्हें दोबारा पत्र जारी कर जल्द जानकारी देने को कहा है। बाहरा विश्वविद्यालय ने अपने स्टाफ को जुलाई तक का बकाया वेतन जारी कर दिया है।
निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के अध्यक्ष अतुल कौशिक के सामने पेश हुए विवि के चांसलर ने बताया कि जुलाई तक का वेतन स्टाफ के बैंक अकाउंट में डाल दिया है। अगस्त का वेतन 23 अक्तूबर तक अदा कर दिया जाएगा। इसके बाद हर महीने की दस तारीख तक वेतन जारी किया जाएगा।
श्रीसाईं विवि ऊना के चांसलर 16 अक्तूबर को आयोग में तलब किए हैं। इस दौरान विवि से संबंधित शिकायतों को लेकर चांसलर से जवाबतलबी होगी। उधर, अरनी विवि कांगड़ा ने बीस अक्तूबर तक स्टाफ को बकाया वेतन जारी करने की आयोग को जानकारी दी है।