मतदाता सूची से सैकड़ों मतदाताओं के नाम गायब, सीएम कार्यालय पहुंची शिकायत
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 29-12-2020
मतदाता सूची से सैकड़ों मतदाताओं के नाम गायब करने की शिकायत सीएम कार्यालय में पहुंची है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि वह इस बारे में राज्य चुनाव आयोग से बात करेंगे कि ऐसा क्यों किया गया है।
दिलचस्प तो यह है कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान करने वाले लोग भी सूची में शामिल नहीं हैं। यह मामला शिमला जिला की कुछ पंचायतों में सामने आया है।
इससे मतदाताओं में नाराजगी है कि वे अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग नहीं कर पा रहे हैं। इनमें बहुत से लोगों ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान किया है। कई लोग ऐसे हैं, जो लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान मतदाता सूची में शामिल हुए थे।
उन्होंने उस वक्त मतदान भी किया था। इनमें नव विवाहिताएं या 18 साल के हो चुके कई युवा भी शामिल हैं। युवाओं ने पहली बार मताधिकार का प्रयोग करना था। सीएम से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मताधिकार से कोई वंचित नहीं होना चाहिए। इस बारे में चुनाव आयोग से बात की जाएगी।
सिरमौर जिले में पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव लड़ रहे कई उम्मीदवार मतदाता सूची से नाम गायब होने तो कई अशुद्धियां होने से हैरान हैं। इनमें कई उम्मीदवार प्रधान तो कई वार्ड पंच का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे।
उधर, जिला पंचायत अधिकारी अंचित डोगरा ने माना कि कई लोग मतदाता सूची में नाम गायब होने की शिकायत लेकर आ रहे हैं, लेकिन इसकी अंतिम तिथि निकल चुकी है। वोटर लिस्ट में नाम चढ़ाने तथा अशुद्धियों को दुरुस्त कराने को पहले ही समय दिया था।
निकाय चुनाव में पांवटा साहिब वार्ड-1 से आप पार्टी समर्थित प्रत्याशी अमरप्रीत कौर नामांकन दाखिल नहीं कर सकीं। उनका नाम मतदाता सूची से गायब है।
प्रत्याशी के परिवार की अन्य महिला सदस्यों के नाम भी सूची में नहीं हैं। उन्होंने प्रेस वार्ता में कहा कि चुनाव आयोग को पत्र भेजा जा रहा है। परिवार कोर्ट का दरवाजा खटखटाने पर भी विचार कर रहा है।
अमरप्रीत कौर और आप पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष जयवंती शर्मा ने कहा कि पांवटा साहिब के वार्ड-1 से आप पार्टी समर्थित प्रत्याशी थीं, लेकिन मतदाता सूची से नाम गायब है। परिवार की सभी महिला मतदाताओं के नाम ही गायब हैं। अब चुनाव लड़ना तो दूर वोट भी नहीं डाल सकती हैं।
अमरप्रीत कौर ने कहा कि जिला और स्थानीय प्रशासन से मुद्दा उठाया गया है। इसकी जांच होनी चाहिए कि वोटर लिस्ट से नाम कैसे गायब हो गए। आप पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष जयवंती शर्मा ने आरोप लगाया कि कुछ विरोधियों ने संभवतया ऐसा करवाया है।