5 करोड़ से ज्यादा लागत के पुलों की होगी जांच , विभाग ने किया जांच कमेटी का गठन 

लोक निर्माण विभाग ने प्रदेश भर में निर्माणाधीन पुलों की जांच का फैसला किया है। विभाग की टीमें अलग-अलग जिलों में पुलों की गुणवत्ता जांचेंगी और पुल निर्माण में कोई खोट पाया जाता है तो संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे। यह फैसला बीते दिनों चंबा और हमीरपुर में हुए पुल हादसों के बाद लिया

5 करोड़ से ज्यादा लागत के पुलों की होगी जांच , विभाग ने किया जांच कमेटी का गठन 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  31-05-2023
 
लोक निर्माण विभाग ने प्रदेश भर में निर्माणाधीन पुलों की जांच का फैसला किया है। विभाग की टीमें अलग-अलग जिलों में पुलों की गुणवत्ता जांचेंगी और पुल निर्माण में कोई खोट पाया जाता है तो संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे। यह फैसला बीते दिनों चंबा और हमीरपुर में हुए पुल हादसों के बाद लिया गया है। इन दोनों जिलों में पुलों के गिरने की घटनाएं हुई थी। इन घटनाओं की जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी गई है। पुल गिरने की घटनाओं में तकनीकी खामियां उजागर हुई थी। 
 
 
यहां शटरिंग हटाते ही पुल का एक हिस्सा नीचे गिर गया था। चंबा में भरमौर और होली मार्ग पर दो पुल गिरे थे। इसके अलावा कुछ समय पूर्व चंबा में ही रावी नदी पर बना एक अन्य पुल भी धराशायी हुआ था। इसके अलावा मंडी में धर्मपुर और जोगेंद्रनगर को जोड़ने वाले ब्यास नदी पर बने सांडा पतन पुल में दरारें पड़ने का भी मामला उजागर हुआ था। इसकी जांच के आदेश लोक निर्माण विभाग ने जारी किए थे। 
 
 
अब भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो इसके लिए विभाग निर्माण से पहले की गुणवत्ता को जांचने में जुट गया है। इस कड़ी में पांच करोड़ से अधिक के निर्माण की जांच का फैसला लिया गया है। पुलों की जांच के मामले में मुख्य अभियंता तीन से पांच, अधीक्षण अभियंता तीन और अधिशासी अभियंता अपने क्षेत्र के सभी पुलों की नियमित जांच करेंगे, जबकि प्रमुख अभियंता प्रोजेक्ट इन जांच के बाद आने वाली रिपोर्ट की समीक्षा करेंगे और इसके आधार पर आगामी कदम उठाए जाएंगे।