अवैध शराब तस्करी पर विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई , सस्पेंड एक्साइज इंस्पेक्टर गिरफ्तार 

आखिरकार हिमाचल स्टेट विजिलेंस और एंटी करप्शन ब्यूरो ने अवैध शराब के मामले में आबकारी एवं कराधान विभाग के निलंबित इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया है

अवैध शराब तस्करी पर विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई , सस्पेंड एक्साइज इंस्पेक्टर गिरफ्तार 
 
यंगवार्ता न्यूज़ -  पांवटा साहिब  01-03-2022
 
आखिरकार हिमाचल स्टेट विजिलेंस और एंटी करप्शन ब्यूरो ने अवैध शराब के मामले में आबकारी एवं कराधान विभाग के निलंबित इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो ने विभाग के इंस्पेक्टर को हाई कोर्ट से अंतरिम जमानत के दौरान गिरफ्तार किया है।  जानकारी के मुताबिक आबकारी एवं कराधान विभाग के एक्साइज इंस्पेक्टर जय सिंह की हाई कोर्ट से अंतरिम जमानत खारिज हो गई , जिसके बाद विजिलेंस द्वारा उसकी गिरफ्तारी की गई है।
 
 
बताते है कि वर्ष 2021 के अक्टूबर महीने में विजिलेंस ने पांवटा साहिब के निर्मित शराब प्रकरण के मामले में एक्साइज इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है। गौर हो कि पांवटा साहिब में निर्मित अवैध शराब की 900 पेटियों से लदे ट्रक को विजिलेंस ने ऊना में पकड़ा गया था जिसके चलते विभाग के इंस्पेक्टर पर इसकी गाज गिरी है। बताते हैं कि यह अवैध शराब पांवटा साहिब के नारी वाला स्थित यमुना ब्रेवरीज  प्राइवेट लिमिटेड में बनाई गई थी।
 
उस दौरान एक्साइज इंस्पेक्टर जयसिंहसे पूछताछ की कोशिश की गई लेकिन वह नदारद पाया गया। इसी बीच इंस्पेक्टर ने टेम्परेरी अग्रिम जमानत ले ली थी , लेकिन कोर्ट से अब परमानेंट जमानत न मिलने के चलते विजिलेंस ने उसे गिरफ्तार किया है। मामले की पुष्टि करते हुए स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो के डीएसपी अनिल मेहता ने यंगवार्ता को बताया कि एक्साइज इंस्पेक्टर की कोर्ट द्वारा अग्रिम जमानत खारिज किए जाने के चलते गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी संबंधित विभाग को दी जा रही है।
 
उधर हिमाचल प्रदेश कर एवं आबकारी विभाग सिरमौर के उप आयुक्त प्रितपाल सिंह से जब यंगवार्ता ने संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि पांवटा साहिब के तत्कालीन एक्साइज इंस्पेक्टर जयसिंह वर्तमान में सोलन जिला में कार्यरत थे। उन्होंने कहा कि इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी को लेकर जिला सिरमौर के विभाग को कोई भी सूचना नहीं है , क्योंकि इसकी सूचना संबंधित विभाग उसी जिला को दी जाती है जहां उसका वर्तमान कार्यक्षेत्र हो।