आत्महत्या मामला: किन्नौर में मजदूरों के पथराव में पांच पुलिस जवान और एक गृहरक्षक घायल

आत्महत्या मामला: किन्नौर में मजदूरों के पथराव में पांच पुलिस जवान और एक गृहरक्षक घायल

यंगवार्ता न्यूज़ - रामपुर 28-07-2020

जेएसडब्यू कंपनी कड़छम प्रोजेक्ट में कार्यरत एक कर्मचारी द्वारा आत्महत्या करने के बाद पुलिस जवानों पर पथराव करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचने पर मजदूरों के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया है।

मजूदरों के पथराव में पुलिस के पांच जवान, एक गृहरक्षक घायल हुआ है। वहीं पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर दोनों अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। लेकिन फिलहाल दोनों चोटें लगने के बाद अस्पताल में उपचाराधीन हैं। इसलिए अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद पुलिस दोनों को पूछताछ के लिए हिरासत में लेगी।

पुलिस के अनुसार सुखी राम निवासी यंगपा-2 की शिकायत पर थाना भावानगर में धारा 306,24 के अंतर्गत दोनों अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

सोमवार को कंपनी के कर्मचारी जय प्रकाश विश्वकर्मा द्वारा आत्महत्या करने की सूचना मिलने पर कंपनी के डीजेएम विक्रम सिंह, एजीएम योगेश महतो और सुरक्षा अधिकारी रवि पूनिया घटनास्थल पर पहुंचे तो सीटू युनियन के पदाधिकारी मदन कुमार, सुखी राम और अन्य 78 व्यक्तियों ने इन पर हमला कर दिया, जिससे इन्हें चोटें आईं।

विक्रम सिंह डीजेएम की शिकायत पर थाना भावानगर में धारा 147,149,323,506 भादंसं के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है। जांच के लिए जब पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची तो इंटक और सीटू कार्यकर्ता जीवन सिंह नेगी और सुखी राम के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे थे।

उपरोक्त प्रदर्शनकारियों की मांगें कंपनी द्वारा नहीं माने जाने पर प्रदर्शनकारी राष्ट्रीय राजमार्ग पर आ गए। इस बीच जब पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने लगी तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस टीम पर पथराव किया, जिससे 5 पुलिस कर्मचारियों और एक गृहरक्षक को चोटें आईं।

पुलिस विभाग की सरकारी बस भी क्षतिग्रस्त हो गई। इस पर इंटक और सीटू कार्यकर्ताओं के खिलाफ थाना भावानगर में धारा 341, 143, 147, 148, 149, 353, 332 भादंसं और धारा 03 लोक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज किया है।

एसपी किन्नौर एसआर राणा ने बताया कि मजदूरों ने कंपनी के अधिकारी और पुलिस जवानों पर हमला किया है। पुलिस ने मजदूरों के खिलाफ मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। सुसाइड नोट के आधार पर कंपनी के अधिकारियों को अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद पूछताछ के लिए हिरासत में लिया जाएगा।